लातेहार: पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर मुनेश्वर गंझु को गिरफ्तार (Latehar police arrested CPI Maoist) कर लिया है. मुनेश्वर पर चार पुलिसकर्मियों के हत्याकांड में शामिल होने का भी आरोप है. पुलिस ने इस पर 10 लाख रुपए इनाम घोषित कर रखा है. इस पर लातेहार और लोहरदगा जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में 78 से अधिक मामले दर्ज हैं. गत 23 नवंबर 2019 को भाकपा माओवादियों ने चंदवा थाना क्षेत्र के लुकुइया मोड़ के पास पेट्रोलिंग कर रहे पुलिसकर्मियों पर हमला बोल दिया था. इस घटना में चार पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी. माओवादियों के हमलावर दस्ते में मुनेश्वर भी शामिल था.
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गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी: दरअसल लातेहार एसपी अंजनी अंजन को गुप्त सूचना मिली थी कि भाकपा माओवादी का एक दस्ता रविंद्र गंझु के नेतृत्व में चंदवा थाना क्षेत्र अंतर्गत मडमा गांव के निकट देखा गया. पुलिस को सूचना मिली थी कि नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए इकट्ठा हो रहे हैं. इस सूचना के बाद छापामारी दल का गठन कर नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की गई. जिसका नेतृत्व एएसपी संतोष कुमार मिश्र और इंस्पेक्टर अमित कुमार गुप्ता ने किया. छापामारी के दौरान पुलिस ने चंदवा थाना क्षेत्र के हेसला गांव के पास से मुनेश्वर गंझू को पकड़ा. पुलिस ने उसके पास से 53 हजार रुपए भी बरामद किए.
78 मामलों का नामजद है अभियुक्त: गिरफ्तार माओवादी सब जोनल कमांडर मुनेश्वर पर लातेहार और लोहरदगा जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में 78 से अधिक मामले दर्ज हैं. एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि मुनेश्वर लातेहार और लोहरदगा जिले में सक्रिय था और विभिन्न अपराधिक घटनाओं को अंजाम देता था. एसपी ने कहा कि मुनेश्वर नक्सली कमांडर रविंद्र का दाहिना हाथ समझा जाता था. इसकी गिरफ्तारी के बाद नक्सलियों को बड़ा झटका लगा है.
एसपी की सटीक सूचना तंत्र से नक्सलियों का टूट रहा है तिलिस्म: एसपी अंजनी अनजान की सटीक सूचना तंत्र के कारण लातेहार जैसे घोर उग्रवाद प्रभावित इलाकों में भी नक्सलियों का तिलिस्म अब टूटने लगा है. पिछले 1 साल के अंदर लातेहार पुलिस ने लगभग सभी नक्सली संगठनों को भारी नुकसान पहुंचा कर कमजोर किया है. भाकपा माओवादियों का गढ़ बुलबुल और बूढ़ा पहाड़ को नक्सलियों से मुक्त बना कर माओवादियों को वहां से खदेड़ दिया. वही टीएसपीसी नक्सली संगठन का तो लगभग सूपड़ा साफ कर दिया. जेजेएमपी नक्सली संगठन को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है. इसी कारण नक्सलियों की गतिविधि सीमित होने लगी है.
रिमांड पर ले सकती है पुलिस: एसपी ने बताया कि गिरफ्तार सब जोनल कमांडर से प्रारंभिक पूछताछ के दौरान पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुई है. पुलिस आगे भी इस नक्सली से पूछताछ कर सकती है. पूछताछ के लिए सब जोनल कमांडर को रिमांड पर लिया जा सकता है. पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी.