लातेहार: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को लेकर केंद्र और राज्य सरकार लगातार चिंतित हैं. दूसरे राज्य से लौट रहे प्रवासी मजदूरों, छात्र छात्राओं को वापस लाने के बाद उनसे संक्रमण न फैले इसको लेकर पंचायत स्तर पर उन्हें क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है. दूसरी ओर जिले के बरवाडीह प्रखंड अंतर्गत उककामाड पंचायत सचिवालय में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में लापरवाही बरतने का मामला लगातार सामने आ रहा है.
दिल्ली और बेंगलुरु के रेड जोन से लौटे 4 प्रवासी लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया है, पर उनकी देखरेख में खासी लापरवाही बरती जा रही है. चारों प्रवासी लोग क्वॉरेंटाइन सेंटर में खाने पीने की सुविधा का न होना, साफ सफाई का अभाव होने की बात कहकर रोजाना शाम ढलते ही अपने अपने घर को चले जाते हैं, जो फिर अगली सुबह वापस क्वॉरेंटाइन में आ जाते हैं.
क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लोग भी मानते हैं कि उनके कारण किसी को नुकसान न हो इसलिए वह यहीं रहना चाहते हैं, पर खाने और रहने की सुविध ना होने और किसी के द्वारा कोई सूचना लेने के कारण मजबूरन उन्हें अपने घर जाना पड़ता है.
वहीं दूसरी ओर क्वॉरेंटाइन सेंटर में साफ-सफाई के अभाव के साथ साथ प्रवासी लोगों की रहने वाली जगह पर मुर्गियों का घूमता हुआ झुंड भी दिखता रहता है.
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मामले को लेकर पंचायत सेवक अरविंद कुमार रवि ने भी माना कि गांव में सरहुल होने के कारण थोड़ा व्यवस्था पर असर पड़ा है, मगर का सुधार कर लिया जाएगा.
वहीं प्रवासी लोगों के घर जाने की बात पर साफ इंकार करते हुए कहा कि सब लोग रहते हैं और अगर कोई रात में भाग जाए तो क्या किया जा सकता है. क्वॉरेंटाइन सेंटर के संचालन को लेकर ऐसी लापरवाही महामारी को बढ़ने का निमंत्रण भी देना हो सकता है.