लातेहार: शिक्षा के मामले में ये जिला हमेशा से पिछड़ा रहा है, ऐसे में जब देशभर में लॉकडाउन हुआ और स्कूल बंद हो गए, तो जिले के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई भी ठप हो गई थी. सबसे गंभीर स्थिति सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के सामने उत्पन्न हो गई. ग्रामीण क्षेत्रों में रहने के कारण उनके पास सरकारी स्कूल ही एकमात्र शिक्षा का साधन था, उस पर भी लॉकडाउन के कारण ताला लग गया और बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह रुक गई. लेकिन सरकार के प्रयास से अब लॉकडाउन में भी ऑनलाइन शिक्षा मिल रही है. इससे बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं हुई.
ऑनलाइन पढ़ाई की शुरुआत
इस समस्या के मद्देनजर सरकार ने सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए ऑनलाइन शिक्षा का शुभारंभ किया. शुरू में तो इसका असर नहीं के बराबर दिख रहा था, लेकिन धीरे-धीरे सरकारी स्कूल के बच्चे भी ऑनलाइन शिक्षा का लाभ उठाने लगे. वर्तमान समय में लगभग 27% बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है. इसके तहत शिक्षा विभाग ने विभिन्न स्कूलों के बच्चों के अभिभावकों का ग्रुप बनाकर उनके व्हाट्सएप पर टीचिंग मटेरियल भेजा जाता है. जिसके सहारे बच्चे पढ़ाई करते हैं और टीचिंग मेटेरियल में दिए गए निर्देश के अनुसार कार्य करते हैं.
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क्या है छात्रा का कहना
छात्रा ब्यूटी कुमारी ने कहा कि ऑनलाइन शिक्षा से उसे काफी लाभ हो रहा है, उन्होंने बताया कि शिक्षक मोबाइल पर ही टीचिंग मेटेरियल भेज देते हैं, जिससे उन्हें काफी लाभ हो रहा है और स्कूल बंद होने के बाद भी उनकी पढ़ाई जारी है.
ऑनलाइन शिक्षा मिलना है काफी सुखद
अभिभावक संजय प्रसाद ने कहा कि कोरोना के कारण स्कूल बंद हैं, ऐसे में बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा मिलना काफी अच्छी बात है और यह काफी सुखद है. उन्होंने कहा कि व्हाट्सएप के माध्यम से टीचिंग मटेरियल अभिभावकों के व्हाट्सएप नंबर पर भेज देते हैं. इसके अलावे व्यक्तिगत रूप से भी मिलकर बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करते हैं.
27% बच्चों को मिल रही शिक्षा
इस संबंध में लातेहार जिला शिक्षा अधीक्षक छठु विजय सिंह ने कहा कि लातेहार में कुल नामांकित बच्चों की संख्या लगभग एक लाख 47 हजार है. इनमें से 27% बच्चों के अभिभावकों को व्हाट्सएप के माध्यम से टीचिंग मेटेरियल भेजने का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिले के 87% स्कूलों का व्हाट्सएप ग्रुप बना लिया गया है. सीमित संसाधनों में ही बच्चों को ऑनलाइन के माध्यम से बेहतर शिक्षा देने का प्रयास किया जा रहा है.