लातेहार: जिले के गारू थाना क्षेत्र के गोपखाड़ जंगल में पुलिस ने एक नर कंकाल बरामद किया है. नर कंकाल के पास से जो कपड़े बरामद हुए हैं, उससे उसकी पहचान गारू थाना क्षेत्र के पंडरा गांव निवासी गंगा उरांव के रूप में की जा रही है. बताया जाता है कि गंगा उरांव को अज्ञात हथियारबंद उग्रवादियों ने 18 मार्च को घर से अगवा कर लिया था. उसके बाद से गंगा उरांव का कोई अता पता नहीं चल पाया था.
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दरअसल, मवेशी चराने वाले कुछ ग्रामीणों ने गोपखाड़ जंगल में एक स्थान पर जमीन के नीचे दबा हुआ कुछ कपड़ा देखा. वहां से बदबू भी आ रही थी. इसके बाद यह खबर आसपास के इलाके में आग की तरह फैल गई. सूचना मिलने के बाद गंगा उरांव की पत्नी और अन्य परिजन भी जंगल में पहुंचे. कपड़े को देखकर गंगा की पत्नी ने बताया कि जिस दिन गंगा उरांव का अपहरण हुआ था, उस दिन उसने यही कपड़ा पहन रखा था. इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई. सूचना मिलने के बाद पुलिस पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ घटनास्थल पर पहुंची और मृतक के शव को बाहर निकाला. बुधवार को पुलिस मृतक के कंकाल को लेकर पोस्टमार्टम के लिए लातेहार सदर अस्पताल पहुंची. लेकिन, बॉडी का मांस पूरी तरह गल जाने के कारण मृतक के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका और शव को रिम्स रेफर कर दिया गया.
तीन हथियारबंद उग्रवादियों ने कर लिया था अगवा: गंगा उरांव के परिजनों का कहना है कि पिछले महीने 18 मार्च की रात तीन हथियारबंद उग्रवादी उसके घर पहुंचे थे और गंगा उरांव को अपने साथ ले गए थे. परिजनों ने जब इसका विरोध किया था तो उग्रवादियों ने कहा कि रास्ता दिखाने के लिए उसे साथ ले जा रहे हैं, थोड़ी देर में छोड़ देंगे. लेकिन उग्रवादी उसे लेकर कहां चले गए, किसी को पता नहीं चल पाया. बाद में इस संबंध में गंगा उरांव के परिजनों के द्वारा गारू थाना में प्राथमिकी भी दर्ज करवाई गई थी.
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कंकाल में सिर था गायब: परिजनों ने कहा कि बरामद शव के पास जो कपड़े थे, वह गंगा उरांव के ही थे. साथ ही बताया कि जो कंकाल बरामद हुआ है, उसमें सिर गायब था. परिजनों का कहना है कि यह कंकाल गंगा उरांव का ही है. उग्रवादियों ने उसका अपहरण करने के बाद हत्या कर दी होगी और शव को मिट्टी के नीचे दफन कर दिया होगा. गंगा उरांव के परिजनों का कहना है कि गंगा का किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. वह घर में रहकर खेती-बाड़ी कर अपना जीविका चलाता था. इसके बाद भी उग्रवादियों ने उसकी हत्या क्यों की, यह समझ से परे है. इधर, इस संबंध में पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि बरामद कंकाल का पोस्टमार्टम और डीएनए टेस्ट कराया जाएगा. उसके बाद ही स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि यह शव किसका है. हालांकि पुलिस ने यह भी कहा कि गंगा उरांव के परिजनों के द्वारा बरामद कपड़ों के आधार पर इसकी पहचान गंगा उरांव के रूप में की जा रही है. लेकिन, जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाता, तब तक कुछ भी कहना संभव नहीं है.
माओवादियों का है इलाका: जिस इलाके में मृतक का कंकाल बरामद किया गया है, उस इलाके में अभी भी माओवादियों की चहलकदमी रहती है. हालांकि अभी मामले की जांच पुलिस के द्वारा की जा रही है. जल्द ही पुलिस इस पूरे मामले का खुलासा करेगी.