लातेहारः जिला में सदर थाना क्षेत्र के तुबेद गांव के पास डीवीसी द्वारा संचालित कोलियरी के कांटा घर तथा खनन स्थल पर उत्पात मचाने वाले उग्रवादियों को कोलियरी की सुरक्षा में तैनात रिटायर्ड आर्मी के जवानों ने खदेड़ दिया. एक्स आर्मी के जवानों के द्वारा उत्पात मचा रहे उग्रवादियों का फायरिंग कर जवाब देने के कारण उनको भगाने के लिए मजबूर होना पड़ा. अगर एक्स आर्मी के जवान नहीं होते तो उग्रवादियों के द्वारा कोलियरी परिसर में और उत्पात मचा सकते थे.
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रविवार की दर रात जेएलटी उग्रवादी संगठन के 9 उग्रवादी हथियार के साथ कोलियरी प्रांगण में पहुंच गए. उग्रवादियों ने सबसे पहले कांटा घर पर हमला बोलकर वहां तैनात कुछ सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट की और कांटा घर में आग लगा दी. इधर उग्रवादियों ने दो सुरक्षा कर्मियों पर भी पेट्रोल डाल दिया था. हालांकि दोनों सुरक्षाकर्मी किसी प्रकार अपनी जान बचाकर वहां से भाग निकले और कैंप कार्यालय में आकर घटना की जानकारी दी.
कोलियरी के कांटा घर में आग लगाने के बाद उग्रवादी खनन क्षेत्र की ओर चले गए. इधर कैंप कार्यालय में तैनात एक्स आर्मी के जवानों को जब घटना की जानकारी दी गई तो सुरक्षा इंचार्ज के निर्देश पर कोलियरी की सुरक्षा में तैनात एक्स आर्मी के जवानों ने जवाबी फायरिंग शुरू कर दी. भूतपूर्व सैनिकों ने साहस का परिचय देते हुए खनन क्षेत्र की ओर रात में ही चले गए, जहां उग्रवादियों के द्वारा उत्पात मचाने की तैयारी चल रही थी. एक्स आर्मी के जवानों ने फायरिंग आरंभ किया, इस अचानक फायरिंग से उग्रवादियों के हौसले पस्त हो गए और वे वहां से भागने को मजबूर हो गए. सभी उग्रवादी अंधेरे का लाभ उठाकर कोलियरी परिसर से भाग खड़े हुए.
प्रशासन भी दलबल के साथ पहुंचीः इस घटना की सूचना मिलने के बाद प्रशासन भी पूरे दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंच गई थी. लेकिन तब तक सुरक्षा में तैनात पूर्व सैनिकों ने ही उग्रवादियों को खदेड़ दिया था. कोलियरी सुरक्षा के इंचार्ज ने बताया कि एक्स आर्मी के जवानों ने जब उग्रवादियों के खिलाफ मोर्चा संभाला तो उग्रवादी दुम दबाकर भाग खड़े हुए. उन्होंने कहा कि उग्रवादियों ने देर रात हमला किया था जब सभी लोग सो रहे थे.
रंगदारी के लिए अपराधियों ने बनाया है संगठनः बताया जाता है कि क्षेत्र में सक्रिय कुछ अपराधियों ने जेएलटी नामक संगठन बनाया है. इस संगठन के लोग खुद को उग्रवादी संगठन कहते हैं. लेकिन इनका एकमात्र उद्देश्य है कि क्षेत्र में कार्यरत कोयला व्यवसाय तथा बड़े ठेकेदारों से लेवी की वसूली करना. इधर घटना के बाद संगठन से जुड़े उग्रवादियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के द्वारा अभियान तेज कर दी गई है. पुलिस वैज्ञानिक तरीके से मामले की जांच कर रही है. संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही इस घटना में शामिल आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर पूरे घटना का उद्घाटन कर देगी. हालांकि इस घटना के बाद क्षेत्र में कई तरह की चर्चा हो रही है.