लातेहार: जिले के नेतरहाट थाना क्षेत्र के दवना गांव में नक्सलियों के द्वारा ग्रामीण की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के बाद पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ सघन अभियान चलाया है. शुक्रवार को आईजी राजकुमार लकड़ा और एसपी अंजनी अंजन दवना गांव पहुंचे और मृतक देव कुमार प्रजापति के परिजनों से मुलाकात की. इस मामले में घटना को अंजाम देने वाले नक्सली कमांडर छोटू खरवार समेत 12 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है.
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दरअसल, नक्सलियों के द्वारा ग्रामीणों की पिटाई करने और एक ग्रामीण की हत्या करने की घटना के बाद आईजी राजकुमार लकड़ा और एसपी अंजनी अंजन गांव पहुंचे थे. आईजी और एसपी ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि पुलिस उन्हें पूरी तरह सुरक्षा देगी. एसपी ने कहा कि नक्सलियों का कोई सिद्धांत नहीं होता. गरीब, निर्दोष और कमजोर लोगों पर अन्याय कर दहशत बनाना ही उनका एकमात्र उद्देश्य है.
नक्सली नहीं चाहते गांव का विकास-एसपी: एसपी ने कहा कि नक्सली कभी भी नहीं चाहते कि गांव का विकास हो और ग्रामीणों के जीवन में खुशहाली आए. नक्सलियों के कारण ही आज तक यह इलाका विकास से वंचित रह गया था. अब सरकार और प्रशासन के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों तक विकास पहुंचा कर ग्रामीणों को सुविधा संपन्न जीवन देने का प्रयास किया जा रहा है तो नक्सली एक बार फिर से ग्रामीणों के खुशहाल जीवन में बाधक बन रहे हैं. एसपी ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि पुलिस प्रशासन हर कदम पर ग्रामीणों के साथ है.
नक्सली कमांडर छोटू खरवार समेत 12 के खिलाफ हुई प्राथमिकी: एसपी ने बताया कि इस हत्याकांड में शामिल नक्सली कमांडर छोटू खरवार, मनीष प्रदीप, उज्जवल समेत 12 नक्सलियों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. एसपी ने कहा कि निर्दोष ग्रामीणों पर अत्याचार करने वाले नक्सलियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. नक्सलियों के खिलाफ लगातार छापामारी अभियान जारी है. जब तक नक्सलियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक पुलिस चैन से नहीं बैठेगी. एसपी ने कहा कि पूरे इलाके को सील कर नक्सलियों के खिलाफ छापामारी की जा रही है. ग्रामीणों को पूरी तरह सुरक्षा देना पुलिस का पहला कर्तव्य है.
सुदूरवर्ती इलाकों में उपस्थिति दर्ज कराते हैं नक्सली: गौरतलब हो कि लातेहार जिला का बड़ा हिस्सा नक्सलियों के कब्जे से पूरी तरह मुक्त हो चुका है. लेकिन क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए नक्सली अत्यंत सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में हिंसक वारदातों को अंजाम देते हैं. हालांकि, नक्सलियों को अब ग्रामीणों का भी सपोर्ट नहीं मिलता है. क्षेत्र में नक्सलियों की संख्या भी काफी कम हो गई है. बूढ़ा पहाड़ के इलाके से खदेड़े जाने के बाद नक्सली काफी कमजोर हुए हैं. हालांकि, विकास कार्य में लेवी वसूलने और अपना दहशत कायम रखने के लिए नक्सली अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहते हैं.
ग्रामीणों ने घटना को लेकर जताई नाराजगी: सुदूरवर्ती दवना गांव में पुलिस के अधिकारियों के पहुंचने के बाद ग्रामीणों ने गांव की बदहाली की बात एसपी को बताई. गांव की बदहाली और नक्सली घटना को लेकर ग्रामीणों ने कुछ नाराजगी भी जताई. परंतु एसपी ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा. पुलिस हर सुख दुख में ग्रामीणों के साथ खड़ी है.