कोडरमा: लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन के लिए जहां कोडरमा जिले में प्रशासनिक तौर पर अभियान चलाया जा रहा हैं, वहीं ग्रामीण इलाकों में लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन को लेकर कोरोना वॉलंटियर्स काम कर रहें हैं. चंदवारा प्रखंड के पिपराडीह पंचायत में कोरोना वॉलंटियर्स की एक टीम तैयार की गई है. जिसमे अलग-अलग गांवों के 16 युवाओं को शामिल किया गया हैं.
युवाओं की ये टीम हर दिन पिपराडीह पंचायत के अलग-अलग गांवों में जाकर लोगों को लॉकडाउन के दौरान घरों में रहने की हिदायत देते हैं, साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी पाठ पढ़ाते हैं. पिपराडीह पंचायत के ये कोरोना वॉलंटियर्स मोटरसाइकिल से विभिन्न गांवों का भ्रमण करते रहते हैं और अपने-अपने इलाकों से जुड़ी हर सूचना को जिला अधिकारियों के साथ व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये साझा भी करते हैं.
ये भी पढ़ें- रांची में कोरोना पॉजिटिव मरीज के मोहल्लों में नाकेबंदी, राजस्थान कलेवालय होटल सील
व्हाट्सएप के जरिये साझा किए गए जानकारी के अनुसार गरीब और असहाय लोगों तक हर मदद पहुंचायी जाती हैं. कोरोना वॉलंटियर्स की मानें तो वे दिन-रात लोगों को जागरूक करने में लगे हैं और लॉकडाउन के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन ही कोरोना से बचने का एकमात्र उपाय हैं इसकी सीख लोगों को देते हैं. ये वॉलंटियर्स क्षेत्र में सेनिटाइज का भी काम करते हैं.
मुखिया की अपील पर आगे आये युवा
गौरतलब है कि पिपराडीह पंचायत में कुल सात गांव हैं और पूरे पंचायत की आबादी तकरीबन 6,500 के आस-पास है. यहां के लोगों के रोजगार का एकमात्र साधन कृषि हैं. पिपराडीह पंचायत के मुखिया धीरज कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से फैलता हैं. इसलिए उन्होंने हर गांव के युवाओं से इस महामारी में दूसरों की मदद की अपील की थी. उन्होंने आग्रह किया था कि जो लोग दूसरों की मदद करना चाहते हैं वे आगे आएं.
ये भी पढ़ें- रामगढ़ के भुरकुंडा थाना के ASI निराले अंदाज में लोगों को कर रहे जागरूक, दिख रहा असर
मुखिया की अपील के बाद एक पूरी टीम तैयार हो गयी, इस टीम के कार्यों को देखकर जिला प्रशासन ने भी युवाओं का मनोबल बढ़ाया और इन लोगों को प्रखंड विकास पदाधिकारी की ओर से कोरोना वॉलंटियर्स का आईडी कार्ड भी निर्गत किया गया है. पंचायत के मुखिया धीरज कुमार की माने तो कोरोना संक्रमण को रोकने में ये वॉलंटियर्स लोगों को जागरूक कर अहम भूमिका निभा रहें हैं. ऐसे में अगर हर पंचायत के मुखिया इस तरह की पहल करे तो निश्चित तौर पर कोरोना के संक्रमण को रोका जा सकता हैं.