कोडरमाः जिला संचालित में आरआईटी कॉलेज प्रशासन पर वन भूमि पर कब्जा करने का आरोप लगा है. 2004 से संचालित आरआईटी कॉलेज वन भूमि और भूदान की जमीन पर लगातार कब्जा कर रहा है. इस बाबत डीएफओ ने कहा कि वन भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए कॉलेज को नोटिस भेजा जाएगा.
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कोडरमा के छतरबर जंगल में 2004 से संचालित राम गोविंद इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और राम गोविंद इंस्टिट्यूट ऑफ पॉलिटेक्निक के द्वारा वन भूमि और भूदान की जमीन पर कब्जा किए जाने का मामला प्रकाश में आया है. कॉलेज प्रबंधन लगातार आसपास की जमीन पर कब्जा करता जा रहा है और जंगल के बीच बने आम रास्ता पर भी गेट लगाकर उसे अपने दखल में कर लिया है. इस बाबत वन विभाग ने हाल के दिनों में कॉलेज प्रबंधन को नोटिस भी जारी किया था और एक बार फिर वन विभाग अतिक्रमण बाद दायर करने की बात कह रहा है.
राम गोविंद इंस्टिट्यूट ऑफ कॉलेज का संचालन 2004 में शुरू हुआ था और उस समय कॉलेज के लिए महज 21 एकड़ जमीन आवंटित की गई थी. लेकिन धीरे-धीरे कॉलेज प्रबंधन ने पैसे और अधिकारियों की मिलीभगत से आसपास के वन भूमि और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को मिले भूदान की जमीन पर कब्जा करना शुरू किया. फिलहाल कॉलेज प्रबंधन ने तकरीबन 64 एकड़ जमीन पर कब्जा करते हुए बाउंड्री वाल का निर्माण भी कर लिया है. बहरहाल वन विभाग भी नोटिस के जरिए कॉलेज प्रबंधन पर कार्रवाई करने की तैयारी में जुट गया है.
इस बाबत पीड़ित परिवारों ने बताया कि 15 लोगों को सरकार ने भूदान के तहत जमीन उपलब्ध कराई थी और उस पर आवास का भी निर्माण किया गया था. लेकिन दबंगई दिखाकर कॉलेज प्रबंधन उनका मकान तोड़ कर उनकी जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया है. इधर डीएफओ सूरज कुमार सिंह ने कहा कि पूर्व में भी कॉलेज प्रबंधन को नोटिस दिया गया था जिसके एवज में थोड़ा बहुत अतिक्रमण हटाया गया. लेकिन एक बार फिर अतिक्रमण हटाने को लेकर कॉलेज प्रबंधन को नोटिस भेजा जाएगा और उसके बाद भी कॉलेज प्रबंधन फॉरेस्ट भूमि से अतिक्रमण नहीं हटाता हैं तो उनपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. वहीं इस पूरे मामले पर आरआईटी कॉलेज प्रबंधन कुछ भी कहने से बच रहा है.