कोडरमा: जिले में प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान भारत योजना गरीब और निर्धन परिवारों के लिए वरदान साबित हो रहा है. स्वास्थ सुविधाओं से वंचित लोग अब आयुष्मान कार्ड के जरिए बेहतर स्वास्थ्य लाभ ले पा रहे हैं. कोडरमा के पत्थलडीहा पंचायत की रहने वाली आरती कुमारी पेट दर्द से परेशान थी. इलाज के लिए आरती और उसके परिजनों ने कई अस्पतालों के चक्कर लगाए. जब आरती का अल्ट्रासाउंड कराया गया तो उसके पेट में अपेंडिक्स था. परिजनों ने अस्पतालों में जब अपेंडिक्स के ऑपरेशन का खर्च पता किया तो आरती की मां सविता की नींद उड़ गई. जिसके बाद उसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान भारत योजना के तहत मदद मिली.
इसे भी पढे़ं: झारखंड में आयुष्मान भारत योजना का क्या है सच! जानिए निजी अस्पताल क्यों नहीं करना चाहते मरीजों का इलाज
आरती के इलाज के लिए उसकी मां के पास पैसे नहीं थे. जिसके बाद परिजनों ने आयुष्मान कार्ड का पता किया और इस योजना के जरिए आरती का ऑपरेशन कराया. अब उसे दर्द से राहत मिल गई है. पत्थलडीहा पंचायत के निवर्तमान मुखिया विजय सिंह भी मानते हैं कि आयुष्मान भारत योजना गरीब और लाचार परिवारों के लिए वरदान साबित हो रहा है. जो लोग आर्थिक अभाव के कारण स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित रह जाते हैं, वैसे लोगों के लिए यह योजना उनकी जिंदगी में मुस्कान ला देती है.
मेडिकल टीम गांव-गांव जाकर बना रही गोल्डन कार्ड
कोडरमा के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को पहले आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं मिल पाता था. गरीबी के कारण महिलाएं और बच्चे इलाज नहीं करा पाते थे. लेकिन अब समय बदल चुका है. उपायुक्त के निर्देश पर अब मेडिकल टीम सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र में पहुंच रही है. ग्रामीणों का फ्री मेडिकल जांच की जा रही है. साथ ही गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों का मौके पर ही आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाया जा रहा है. ताकि उनका इलाज निजी क्लीनिक में मुफ्त में किया जा सके.