कोडरमा: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पर काबू पाने के बाद कोडरमा जिला प्रशासन अब तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों में जुट गया है. कोरोना की तीसरी लहर (corona third wave) में बच्चों के इलाज को लेकर तमाम तरह के उपाय किए जा रहे और अलग पीडियाट्रिक वार्ड (pediatric ward) बनाया जा रहा. जहां बच्चों को इलाज के दौरान घर जैसा माहौल मिले, इसकी तैयारी की जा रही है.
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बच्चों के लिए 50 बेड का कोविड वार्ड
कोरोना संक्रमण की पहली लहर में जहां बुजुर्ग निशाने पर थे. वहीं संक्रमण की दूसरी लहर ने युवाओं को अपनी चपेट में लिया और अब कोरोना की तीसरी लहर में 18 साल से कम उम्र के बच्चे के संक्रमित होने की आशंका है. कोडरमा जिला प्रशासन का पूरा ध्यान संक्रमण की तीसरी लहर पर है. इस पर काबू पाने के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं. तीसरी लहर को लेकर कोडरमा सदर अस्पताल में बच्चों के लिए 50 बेड का कोविड वार्ड बनाया गया है. 0 से 1 साल, 1 से 10 साल और 10 से 18 साल के बच्चों के लिए अलग-अलग वार्ड बनाए गए हैं. कोडरमा सदर अस्पताल परिसर में ऑक्सीजन पाइपलाइन युक्त 50 बेड वाला कोविड अस्पताल बनकर तैयार हो गया है. संक्रमित बच्चों के इलाज के लिए तमाम उपकरणों के साथ स्वास्थ्यकर्मियों की प्रतिनियुक्ति भी कर दी गई है. इसके साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर भी अस्पताल में उपलब्ध करा दिए गए हैं.
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर से ली जा रही राय
पीडियाट्रिक वार्ड (pediatric ward) के नोडल पदाधिकारी सह सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर रंजन कुमार ने बताया कि यहां इलाज के लिए आने वाले बच्चों को घर जैसा माहौल मिले, इसके लिए तमाम इंतजाम किए जा रहे. ताकि बच्चे शारीरिक रूप से स्वस्थ होने के साथ-साथ मानसिक रूप से भी स्वस्थ होकर यहां से डिस्चार्ज हो. उन्होंने बताया कि संक्रमण की तीसरी लहर को लेकर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर से लगातार राय ली जा रही कि अगर बच्चों में संक्रमण बढ़ता है तो उससे कैसे निपटा जा सके. इसके साथ ही जिला प्रशासन लगातार शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर के साथ बैठक कर संभावित संक्रमण को लेकर जरूरी दवाओं का भी स्टॉक करने में जुटी है.
दीवारों पर बच्चों के पसंदीदा कार्टून कैरेक्टर
कोडरमा सदर अस्पताल में बच्चों के लिए अलग से तैयार किए गए पीडियाट्रिक वार्ड (pediatric ward) में बच्चों की सुविधाओं ख्याल रखा जा रहा है. बेड से लेकर पर्दे के रंग भी बच्चों के अनुकूल लगाए गए हैं. वहीं दीवारों पर बच्चों के पसंदीदा कार्टून कैरेक्टर की तस्वीरें भी उकेरी जा रहीं हैं. पेंटिंग कलाकार लगातार बच्चों के लिए मोटू पतलू, डोरेमान, छोटा भीम जैसे कार्टून कैरेक्टर दीवारों पर तैयार कर रहे, ताकि बच्चों का इलाज के साथ-साथ मनोरंजन भी होता रहे.