कोडरमा: जिले के दुधीमाटी से सेवानिवृत शिक्षक गिरिजानंदन प्रसाद की मौत मामले में पुलिस ने राजस्थान से एक आरोपित को गिरफ्तार किया है. पुलिसिया अनुसंधान में लापता होने के बाद ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर शिक्षक की आत्महत्या की पुष्टि हुई थी. बताया जाता है कि हनी ट्रैप में शिक्षक गिरिजानंदन प्रसाद को फंसाया गया था और उन्हें लगातार ब्लैकमेल किया जा रहा था.
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बता दें कि 31 जनवरी को गिरिजानंदन प्रसाद लापता हुए थे और 11 फरवरी को उनका शव डेंगरा पहाड़ के पीछे से बरामद किया गया था. घटनास्थल से पुलिस को उनका चश्मा, मोबाइल और कुर्ता भी मिला था. पकड़ा गया आरोपी सोहिल राजस्थान के भरतपुर का रहने वाला है. उसकी गिरफ्तारी भरतपुर जिला के पहाड़ी थानाक्षेत्र से की गई है. थाना प्रभारी द्वारिका राम ने जानकारी देते हुए बताया कि सेवानिवृत शिक्षक ने आत्महत्या से पहले 20,000 रुपये अलग-अलग खाते में 9 बार में ट्रांसफर किए थे. बावजूद इसके उन्हें परेशान किया जा रहा था.
थाना प्रभारी ने बताया कि इस मामले में पकड़े गए आरोपी के अलावा तीन और लोग शामिल थे, जो फिलहाल फरार हैं. फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार पुलिस छापेमारी कर रही है. पुलिस ने इस मामले में इस्तेमाल किये गए मोबाइल फोन को भी बरामद कर लिया है.
बेटे ने दर्ज कराया था गुमशुदगी का मामला: 31 जनवरी को लापता होने के बाद सेवानिवृत शिक्षक गिरिजानंदन प्रसाद के पुत्र आनंद किशोर ने कोडरमा थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था. जब काफी खोजबीन के बाद उनका पता नहीं चला तो 2 फरवरी को उनके पुत्र ने अपने पिता के अपहरण का मामला दर्ज कराया. इसके बाद पुलिस लगातार उनकी तलाश करती रही और 11 फरवरी को उनका शव डेंगरा पहाड़ के पीछे पाए जाने की सूचना पुलिस को मिली.
पुलिस को छानबीन में पता चला कि हनीट्रैप के मामले में सेवानिवृत शिक्षक को लगातार परेशान किया जा रहा था. पुलिस के मुताबिक, शिक्षक की समाज में काफी प्रतिष्ठा थी और इसी लोक लाज में उन्होंने आरोपितों के खाते में कई बार पैसे भी ट्रांसफर किए, लेकिन पैसे लेने के बाद भी उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा था, जिसके दबाव में आकर उन्होंने आत्महत्या कर ली थी.