कोडरमा: जिला के करमा में बन रहे मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निर्माण कार्य अधूरा लटक गया है. निर्माण एजेंसी सिंपलेक्स के हाथ खड़े (Karma Medical College Builder Simplex Company Terminated) कर लेने के बाद नई निविदा निकाले जाने की प्रक्रिया तेज हो गई है. लेकिन इस प्रक्रिया के बीच निर्माण कार्य में देरी से स्थानीय लोगों की उम्मीद और धैर्य अब टूटने लगी है.
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मेडिकल कॉलेज का काम पूरी तरह से बंद: गौरतलब है कि सितंबर 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रांची से ऑनलाइन कोडरमा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की आधारशिला रखी थी. इसी साल मार्च में यह अस्पताल बनकर तैयार हो जाना था. लेकिन पहले तो निर्माण कार्य की धीमी प्रगति के कारण काम प्रभावित हुआ और अब निर्माण एजेंसी सिंपलेक्स ने अपने हाथ खड़े कर लिए हैं. 18 अक्टूबर से निर्माण स्थल पर बने सिंपलेक्स के इस कार्यालय में ताला लटका है और मेडिकल कॉलेज का काम पूरी तरह से बंद पड़ा है.
लोगों की उम्मीद पर फिरा पानी: लोगों को उम्मीद थी कि जब यह करमा मेडिकल कॉलेज अस्पताल बनकर तैयार हो जाएगा, तो न सिर्फ आसपास के लोगों को इलाज के लिए एक बेहतर अस्पताल मिल पाएगा. बल्कि कोडरमा समेत देशभर के बच्चे यहां मेडिकल की पढ़ाई भी कर सकेंगे. लेकिन पहले निर्माण कार्य में देरी और अब निर्माण कार्य ठप हो जाने से लोगों की उम्मीद टूटने लगी है और उनका धैर्य जवाब देने लगा है.
80 फीसदी काम अधूरा: इस साल के मार्च महीने में कोडरमा के करमा में मेडिकल कॉलेज अस्पताल बनकर तैयार हो जाना था लेकिन, अब तक महज 20 फीसदी ही कार्य हो पाया है. कांग्रेस के भारत जोड़ो पदयात्रा में कोडरमा पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने निर्माणाधीन अस्पताल के निरीक्षण के दौरान कड़ी नाराजगी जताई थी. निर्माण एजेंसी को टर्मिनेट कर उसकी जगह दूसरी एजेंसी को निर्माण का जिम्मा देने की बात कही थी. बहरहाल यह प्रक्रिया भी तेज हो गई है और सिंपलेक्स कंपनी के साथ हुए एग्रीमेंट को रद्द कर दिया गया है. कंपनी को टर्मिनेट करते हुए उसे ब्लैक लिस्टेड करने की प्रक्रिया भी अपनाई जा रही है.
नई निविदा की तैयारी: निर्माण एजेंसी सिंपलेक्स को टर्मिनेट करने के साथ नई निविदा निकाले जाने की प्रक्रिया तेज हो गई है और शुक्रवार को इस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हुए निर्माण कार्य की मापी की जाएगी. जिसके आधार पर आगे का टेंडर निकाला जाएगा. लेकिन इन सबके बीच अस्पताल का निर्माण कार्य अधूरा लटकने से उसका खामियाजा यहां के लोगों को भुगतना पड़ रहा है.