कोडरमा: जिला के सतगावां प्रखंड में मनरेगा के तहत बने टीसीबी और डोभा निर्माण में गड़बड़ी को लेकर जांच तेज हो गई है. कोडरमा के सतगावां प्रखंड में मनरेगा के तहत 256 डोभा और 402 टीसीबी का निर्माण किया गया और इसके एवज में तकरीबन एक करोड़ 2 लाख रुपए का भुगतान मुखिया और पंचायत सेवक के मिलीभगत से कर दिया गया है. जबकि ये पूरा काम जेसीबी मशीन से कराया गया है लेकिन फर्जी मस्टररोल तैयार कर उसका भुगतान किया गया है.
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इसके अलावा बुटवरिया में तकरीबन 100 मीटर की परिधि में 10 से अधिक डोभा निर्माण को लेकर भी योजना के क्रियान्वयन पर सवाल उठाया जा रहा है. इस मामले को लेकर स्थानीय निवासी चंदन राऊत ने मनरेगा सचिव और मनरेगा लोकायुक्त के पास शिकायत की थी लेकिन जांच के बाद कार्रवाई नहीं होने से शिकायतकर्ता मायूस हैं. शिकायतकर्ता का कहना है कि अगर इस मामले की सही से जांच की जाए तो कई खुलासे होंगे और इसमें पंचायत सेवकों के अलावा कई बड़े नाम भी उजागर हो सकते हैं. इस मामले की शिकायत के बाद कोडरमा डीडीसी ऋतुराज की अगुवाई में 10 से अधिक टीमों ने सतगावां प्रखंड के अलग-अलग इलाकों में योजनाओं का भौतिक सत्यापन भी किया है.
जिला उप विकास आयुक्त ऋतुराज ने कहा कि जांच के दौरान रोजगार सेवकों की लापरवाही और गड़बड़ी सामने आई है, जिसे लेकर उनसे स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है. इसके अलावा उन्होंने 100 मीटर की परिधि में 10 से ज्यादा डोभा निर्माण के सवाल पर कहा कि जिस जगह पर इन डोभा का निर्माण किया गया है, वहां पास में पहाड़ी से आने वाली वर्षा जल का संरक्षण सुनिश्चित किया जा सकता है. ऐसे में इसकी उपयोगिता आने वाले बरसात के मौसम में देखने को मिलेगी.