कोडरमाः जिले में पुलिस द्वारा डॉक्टर की पिटाई के मामले ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया है. बुधवार को आईएमए के आह्वान पर सभी डॉक्टर हड़ताल पर हैं. साथ ही जितने भी निजी क्लीनिक, मेडिकल दुकानें और जांच घर हैं वह भी पूरी तरह से बंद हैं. हालांकि आईएमए ने इमरजेंसी सुविधा जारी रखने का निर्णय लिया है.
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पार्किंग विवाद मामले ने पकड़ा तूल
बता दें कि 10 अगस्त को झुमरी तिलैया में पार्किंग विवाद को लेकर तिलैया थाना प्रभारी और चर्म रोग विशेषज्ञ डॉक्टर बीरेंद्र के बीच बहसबाजी हुई थी, जिसके बाद तिलैया थाना प्रभारी रामनारायण ठाकुर और तिलैया पुलिस जवानों ने डॉक्टर की जमकर पिटाई की थी. मामले की जानकारी आईएमए को लगी तो डॉक्टरों ने तिलैया थाना को घेर लिया और दोषी पुलिसकर्मियों पर कारवाई की मांग करने लगे. हालांकि मामले पर एसपी एहतेशाम वकारीब ने संज्ञान लेते हुए दोषी थाना प्रभारी और घटना में शामिल पुलिस जवानों को लाइन हाजिर कर दिया था. पुलिस द्वारा डॉक्टर पिटाई मामले को लेकर जहां शहरवासियों में रोष हैं. वहीं इस मामले को लेकर डॉक्टर भी काफी गुस्से में हैं.
दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबन करने की मांग
डॉक्टरों का कहना हैं कि जिस तरह से पुलिस ने एक डॉक्टर के साथ मारपीट की है और सरे बाजार उसकी बेइज्जती की है, वैसा किसी अपराधी के साथ भी नहीं होना चाहिए. इधर घटना को लेकर बुधवार को बीजेपी के द्वारा डॉक्टर को न्याय दिलाने हेतु एक मशाल जुलूस निकाला जाएगा. वहीं, इस घटना को लेकर आईएमए ने एकदिवसीय हड़ताल की घोषणा के साथ दोषी पुलिसकर्मियों की निलंबन की मांग की है. डॉक्टरों का कहना हैं कि दोषी पुलिसकर्मियों पर आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाए.