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बिजली विभाग के नाम पर साइबर ठगों ने किया फोन, खाते से उड़ाए 50 हजार

कोडरमा में एक व्यक्ति से साइबर ठगी का मामला सामने आया है. ठगों ने बिजली विभाग के नाम पर फोन कर देवेंद्र कुमार से 50 हजार की ठगी कर ली है. इस मामले में पुलिस जांच कर रही है.

Cyber fraud in name of electricity department
Cyber fraud in name of electricity department
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Published : Jun 17, 2022, 5:50 PM IST

कोडरमा: शातिर साइबर अपराधी अब ठगी के नए-नए तरीके अपना रहे हैं. साइबर अपराधियों ने तिलैया थाना क्षेत्र के रांची-पटना रोड आर्यन हॉस्पिटल के पास रहने वाले एक व्यक्ति देवेंद्र कुमार सिंह को अपना शिकार बनाया है. साइबर अपराधियों ने देवेंद्र को झांसे में लेकर उसके एकाउंट से 50 हजार की ठगी कर ली. मामले को लेकर पीड़ित देवेंद्र कुमार सिंह के पुलिस अधीक्षक को आवेदन दिया गया है.

ये भी पढ़ें: Jagte Raho: गोल्डन आवर्स आपको देगा साइबर क्रिमिनल्स के खिलाफ मौका, जानें क्या है इसके रूल्स

वारदात को लेकर देवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि उनके मोबाइल पर एक व्हाट्सएप नंबर 8274930562 से मैसेज आया कि आपका पिछले महीने का बिजली बिल अपडेट नहीं है और आज रात 9:30 से आपकी बिजली सप्लाई बंद कर दी जाएगी. व्हाट्सएप पर भेजे गए मैसेज में एक दूसरा नंबर 6371743071 भी दिया गया था. व्हाट्सएप पर आए मैसेज में बताया गया कि यह बिजली विभाग के ऑफिसर का नंबर है इस पर तुरंत संपर्क करें.

भीषण गर्मी में कहीं बिजली की सप्लाई बंद ना हो जाए इस डर से उन्होंने तुरंत व्हाट्सएप मैसेज में दिए गए नंबर पर संपर्क किया. इसके बाद दूसरी तरफ से साइबर अपराधी ने देवेंद्र कुमार सिंह से पूर्व में जमा किए गए बिजली बिल की जानकारी ली. इसके बाद साइबर अपराधी ने कहा कि बिजली विभाग का नया एप्लीकेशन आया है इससे आप अपने बिजली बिल को अपडेट कर कर लीजिए अन्यथा आपका पावर सप्लाई बंद कर दिया जाएगा.

इसके बाद साइबर अपराधी ने उनके मोबाइल पर एक लिंक भेजा. इसके बाद बिजली कटने के डर से घबराहट में देवेन्द्र सिंह ने साइबर अपराधी के द्वारा बताए गए निर्देशों का पालन करते हुए गूगल प्ले स्टोर से टीम व्यूवर नाम का एक एप्लीकेशन डाउनलोड किया. एप्लीकेशन डाउनलोड कराने के बाद साइबर अपराधी ने इस एप्लीकेशन के माध्यम से बकाया ₹11 भुगतान करने की प्रक्रिया बताने लगा. इस दौरान जैसे ही देवेंद्र कुमार सिंह ने बकाया 11 रुपया भुगतान करने के लिए एप्लीकेशन में सिर्फ एटीएम कार्ड का नंबर डाला. इसके तुरंत बाद उनके मोबाइल पर 50 हजार रुपये के अवैध निकासी का मैसेज आया.

हालांकि इस दौरान साइबर अपराधी ने कई बार उनके अकाउंट से अवैध रूप से रुपए निकालने का प्रयास किया, लेकिन बैंक के द्वारा इसे रद्द कर दिया गया. वारदात के बाद उन्होंने इसकी लिखित शिकायत पुलिस अधीक्षक कोडरमा से की है. जानकारी के अनुसार गूगल प्ले स्टोर पर टीम व्यूवर, एनिडेस्क समेत अन्य कई प्रकार के मोबाइल एप्लीकेशन उपलब्ध हैं, जिनके माध्यम से साइबर अपराधी किसी भी व्यक्ति के मोबाइल फोन को पूरी तरह से अपने कंट्रोल में कर सकते हैं.

कोडरमा: शातिर साइबर अपराधी अब ठगी के नए-नए तरीके अपना रहे हैं. साइबर अपराधियों ने तिलैया थाना क्षेत्र के रांची-पटना रोड आर्यन हॉस्पिटल के पास रहने वाले एक व्यक्ति देवेंद्र कुमार सिंह को अपना शिकार बनाया है. साइबर अपराधियों ने देवेंद्र को झांसे में लेकर उसके एकाउंट से 50 हजार की ठगी कर ली. मामले को लेकर पीड़ित देवेंद्र कुमार सिंह के पुलिस अधीक्षक को आवेदन दिया गया है.

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वारदात को लेकर देवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि उनके मोबाइल पर एक व्हाट्सएप नंबर 8274930562 से मैसेज आया कि आपका पिछले महीने का बिजली बिल अपडेट नहीं है और आज रात 9:30 से आपकी बिजली सप्लाई बंद कर दी जाएगी. व्हाट्सएप पर भेजे गए मैसेज में एक दूसरा नंबर 6371743071 भी दिया गया था. व्हाट्सएप पर आए मैसेज में बताया गया कि यह बिजली विभाग के ऑफिसर का नंबर है इस पर तुरंत संपर्क करें.

भीषण गर्मी में कहीं बिजली की सप्लाई बंद ना हो जाए इस डर से उन्होंने तुरंत व्हाट्सएप मैसेज में दिए गए नंबर पर संपर्क किया. इसके बाद दूसरी तरफ से साइबर अपराधी ने देवेंद्र कुमार सिंह से पूर्व में जमा किए गए बिजली बिल की जानकारी ली. इसके बाद साइबर अपराधी ने कहा कि बिजली विभाग का नया एप्लीकेशन आया है इससे आप अपने बिजली बिल को अपडेट कर कर लीजिए अन्यथा आपका पावर सप्लाई बंद कर दिया जाएगा.

इसके बाद साइबर अपराधी ने उनके मोबाइल पर एक लिंक भेजा. इसके बाद बिजली कटने के डर से घबराहट में देवेन्द्र सिंह ने साइबर अपराधी के द्वारा बताए गए निर्देशों का पालन करते हुए गूगल प्ले स्टोर से टीम व्यूवर नाम का एक एप्लीकेशन डाउनलोड किया. एप्लीकेशन डाउनलोड कराने के बाद साइबर अपराधी ने इस एप्लीकेशन के माध्यम से बकाया ₹11 भुगतान करने की प्रक्रिया बताने लगा. इस दौरान जैसे ही देवेंद्र कुमार सिंह ने बकाया 11 रुपया भुगतान करने के लिए एप्लीकेशन में सिर्फ एटीएम कार्ड का नंबर डाला. इसके तुरंत बाद उनके मोबाइल पर 50 हजार रुपये के अवैध निकासी का मैसेज आया.

हालांकि इस दौरान साइबर अपराधी ने कई बार उनके अकाउंट से अवैध रूप से रुपए निकालने का प्रयास किया, लेकिन बैंक के द्वारा इसे रद्द कर दिया गया. वारदात के बाद उन्होंने इसकी लिखित शिकायत पुलिस अधीक्षक कोडरमा से की है. जानकारी के अनुसार गूगल प्ले स्टोर पर टीम व्यूवर, एनिडेस्क समेत अन्य कई प्रकार के मोबाइल एप्लीकेशन उपलब्ध हैं, जिनके माध्यम से साइबर अपराधी किसी भी व्यक्ति के मोबाइल फोन को पूरी तरह से अपने कंट्रोल में कर सकते हैं.

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