ETV Bharat / state

कोडरमा के ऐतिहासिक शिव सागर तालाब पर छठ की तैयारी पूरी, 100 साल पहले माइका खनन के लिए अंग्रजों ने खोदी थी तालाब - Chhath preparations complete

महापर्व छठ को लेकर कोडरमा जिले में उत्साह है. चार दिवसीय महापर्व छठ के तीसरे दिन सूर्य देवता को पहले अर्घ्‍य के लिए जिले के ऐतिहासिक शिव सागर तालाब पर तैयारी पूरी कर ली गई है.

chhath-preparations-completed
शिव सागर तालाब पर छठ की तैयारी पूरी
author img

By

Published : Nov 10, 2021, 12:37 PM IST

Updated : Nov 10, 2021, 3:08 PM IST

कोडरमा: महापर्व छठ को लेकर पूरे झारखंड में उत्साह है. जिले में भी इसको धूमधाम से मनाया जा रहा है. महापर्व छठ के तीसरे दिन यानी आज सूर्य देवता को पहला अर्घ्‍य दिया जाएगा. ऐसे में तकरीबन एक सदी पहले माइका उत्खनन के लिए खोदे गए डोमचांच का शिव सागर तालाब छठ व्रतियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है. लगभग 100 साल से यहां छठ पूजा का आयोजन किया जा रहा है. इस बार भी इस तालाब पर छठ को लेकर विशेष तैयारी की गई है.

ये भी पढ़ें- आज आएंगी छठी मईया, जानें सूर्यास्‍त और सूर्योदय का समय

माइका खनन के लिए खोदा गया था तालाब

शिव सागर तालाब के बारे में बताया जाता है कि ब्रटिश जमाने मे माइका उत्खनन के लिए इसे खोदा गया था. यह तालाब अब ऐतिहासिक रूप से कोडरमा के लिए धरोहर बन गई है. छठ पूजा के दौरान यहां हज़ारों की संख्या में लोग छठ पूजा के लिए पहुंचते हैं. यहां छठ के दौरान हरेक साल भगवान भाष्कर की प्रतिमा स्थापित कर उनकी पूजा की जाती है. शिवसागर गांव में रहने वाला सभी परिवार यहां छठ मनाने पहुंचते हैं. छठ व्रतियों के बीच ये माना जाता है कि इस तालाब पर भगवान सूर्य को अर्घ्य देने से सभी मन्नतें पूरी होती है.

देखें पूरी खबर

मेले का आयोजन

यहां छठ पूजा का कितना महत्व है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां प्रत्येक साल मेले का आयोजन किया जाता है. इस बार भी शिव सागर घाट के पास मेला लगाया गया है जहां बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले लगाए गए हैं. एतवारी छठ के बाद सोमवार को भगवान भास्कर की प्रतिमा विसर्जित की जाएगी. आपको बता दें कि आज शाम हजारों छठ वर्तिया डोमचांच के शिव सागर तालाब पर अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देने पहुंचेंगे और उसके बाद भगवान भास्कर की प्रतिमा का दर्शन करेंगे. छठ के आयोजन को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.

कोडरमा: महापर्व छठ को लेकर पूरे झारखंड में उत्साह है. जिले में भी इसको धूमधाम से मनाया जा रहा है. महापर्व छठ के तीसरे दिन यानी आज सूर्य देवता को पहला अर्घ्‍य दिया जाएगा. ऐसे में तकरीबन एक सदी पहले माइका उत्खनन के लिए खोदे गए डोमचांच का शिव सागर तालाब छठ व्रतियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है. लगभग 100 साल से यहां छठ पूजा का आयोजन किया जा रहा है. इस बार भी इस तालाब पर छठ को लेकर विशेष तैयारी की गई है.

ये भी पढ़ें- आज आएंगी छठी मईया, जानें सूर्यास्‍त और सूर्योदय का समय

माइका खनन के लिए खोदा गया था तालाब

शिव सागर तालाब के बारे में बताया जाता है कि ब्रटिश जमाने मे माइका उत्खनन के लिए इसे खोदा गया था. यह तालाब अब ऐतिहासिक रूप से कोडरमा के लिए धरोहर बन गई है. छठ पूजा के दौरान यहां हज़ारों की संख्या में लोग छठ पूजा के लिए पहुंचते हैं. यहां छठ के दौरान हरेक साल भगवान भाष्कर की प्रतिमा स्थापित कर उनकी पूजा की जाती है. शिवसागर गांव में रहने वाला सभी परिवार यहां छठ मनाने पहुंचते हैं. छठ व्रतियों के बीच ये माना जाता है कि इस तालाब पर भगवान सूर्य को अर्घ्य देने से सभी मन्नतें पूरी होती है.

देखें पूरी खबर

मेले का आयोजन

यहां छठ पूजा का कितना महत्व है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां प्रत्येक साल मेले का आयोजन किया जाता है. इस बार भी शिव सागर घाट के पास मेला लगाया गया है जहां बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले लगाए गए हैं. एतवारी छठ के बाद सोमवार को भगवान भास्कर की प्रतिमा विसर्जित की जाएगी. आपको बता दें कि आज शाम हजारों छठ वर्तिया डोमचांच के शिव सागर तालाब पर अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देने पहुंचेंगे और उसके बाद भगवान भास्कर की प्रतिमा का दर्शन करेंगे. छठ के आयोजन को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.

Last Updated : Nov 10, 2021, 3:08 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.