खूंटी: जिले में बालू के अवैध खनन को लेकर जिला परिषद ने चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि अगर स्थिति ऐसी ही रही तो आने वाली पीढ़ी को घर बनाने के लिए रेत नहीं मिलेगी. कहा कि एनजीटी के आदेश के बावजूद जिले में बालू का उठाव जारी है, यह चिंता का विषय है. बालू माफिया बेखौफ हो गए है. उन्हें किसी का भय नहीं है.
जिला परिषद के अध्यक्ष ने क्या कहा: जिला परिषद के अध्यक्ष मशीह गुड़िया ने कहा कि बालू के अवैध खनन को कैसे रोका जाए इसे लेकर हम सभी चिंतित है. इस पर कठोर कार्रवाई करेंगे. इससे पहले ग्राम पंचायत को मजबूत करना होगा. उसके बाद आगे का निर्णय लिया जा सकता है. कहा कि प्रशासन की मिलीभगत है या नहीं यह जांच का विषय है. कहा कि सभी के सहयोग से ही इसपर नकेल कसी जा सकती है.
जिला परिषद के उपाध्यक्ष ने क्या कहा: जिला परिषद की उपाध्यक्ष मंजू देवी ने कहा कि इसपर रोक लगाने के लिए हमें ग्राम पंचायत में जाना चाहिए. प्रशासन और जनप्रितिनियों के तालमेल से बालू माफियों पर नकेल कसी जा सकती है. कहा कि जिस स्पीड से बालू का अवैध खनन हो रहा उस हिसाब से आने वाले जेनरेशन को रेत की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है. कहा कि इसे रोकने के लिए एक समिति का गठन इस पर काम करना चाहिए.
जिला परिषद के सदस्य ने क्या कहा: जिला परिषद सदस्य सुशील सांगा ने कहा कि बालू के अवैध खनन को रोकने में जिला प्रशासन और क्षेत्र के जनप्रितिनिधियों की भूमिका अहम है. कहा कि जहां-जहां से जिस नदी से रेत का उठाव हो रहा है, वहां के ग्राम सभा को भी मजबूत होना चाहिए. कहा कि बालू माफिया हावी हो गए है. वे यहां के ग्रामीणों को डरा कर रखते है. सुशीला ने दबा जबान में यह भी कह दिया कि हो सकता है प्रशासन इसमें मिला हुआ होगा, तभी तो सारी चीजें मनमने ढगं से हो रही है.