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न्यायालय की सुरक्षा को लेकर एसपी ने डीएसपी समेत स्पेशल ब्रांच के अधिकारियों के साथ की बैठक, कहा- सुरक्षा में चूक हुई तो होगी कार्रवाई

न्यायालय की सुरक्षा को लेकर एसपी ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान एसपी ने पुलिस अधिकारियों को कई निर्देश दिए. साथ ही किसी तरह की चूक होने पर कार्रवाई की भी चेतावनी दी है.

security of Khunti civil court
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 9, 2023, 8:12 PM IST

अमन कुमार, एसपी

खूंटी: जिला व्यवहार न्यायालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने को लेकर शनिवार को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री सत्यप्रकाश की उपस्थिति में बैठक की गई. इस बैठक में जिले के पुलिस कप्तान अमन कुमार समेत अन्य न्यायिक पदाधिकारी, स्पेशल ब्रांच और वरीय पुलिस पदाधिकारी शामिल थे.

यह भी पढ़ें: Jamshedpur News: कोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था में भारी चूक, कार्यालय में घुसकर युवक ने पेशकार पर किया हमला

बैठक में खूंटी व्यवहार न्यायालय परिसर में सुरक्षा को लेकर विशेष प्रशिक्षण सत्र चलाया गया. एसपी अमन कुमार ने लगभग ढाई घंटे तक डीएसपी खूंटी अमित कुमार, हेडक्वार्टर डीएसपी जयदीप लकड़ा, सार्जेट मेजर रौशन मरांडी और स्पेशल ब्रांच के पदाधिकारी के अलावा पुलिस निरीक्षक कोर्ट के सुरक्षा अधिकारी सह अभियोजन कोषांग पदाधिकारी राजेश रजक को स्पेशल ब्रीफ किया.

जमशेदपुर कोर्ट में हमले के बाद उठे थे सवाल: बता दें कि एक सितंबर को जमशेदपुर में कोर्ट की सुरक्षा में घोर लापरवाही का मामला सामने आया था. एक सितंबर की शाम कोर्ट की सुरक्षा को धत्ता बताते हुए एक युवक ने परिसर में घुसकर एडीजे-1 के पेशकार राकेश कुमार पर हमला कर दिया. इससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उसके बाद से राज्य के सभी न्यायालयों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे थे. उसके बाद राज्य के डीजीपी की दिशा निर्देश के बाद सुरक्षा व्यवस्था पर अधिकारी रेस हो गए.

इस घटना के बाद राज्य के सभी कोर्ट कचहरी में विशेष सतर्कता बरतते हुए न्यायिक कार्यों से जुड़े उच्च स्तरीय पदाधिकारी समेत निम्न कोटि के न्यायिक कर्मियों की सुरक्षा को लेकर विमर्श किया गया. साथ ही कुख्यात और संगीन मामलों में पेशी तथा बहस के दौरान किसी तरह की आपराधिक घटनाएं ना घटे, इसे लेकर संबंधित सभी पुलिस विभागों को अलग-अलग दायित्व देने पर चर्चा की गई.

नक्सल और आपराधिक मामलों को होती है कोर्ट में सुनवाई: गौरतलब है कि खूंटी जिले में अक्सर नक्सल और आपराधिक गतिविधियों से जुड़े मामले भी न्यायालय में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध होते हैं. ऐसे में न्यायिक कार्यों से जुड़े सभी उच्च अधिकारियों से लेकर अन्य सभी कर्मियों की सुरक्षा का दायित्व पुलिस प्रशासन के जिम्मे सौंपा जाएगा. इसके लिए स्पेशल ब्रांच और जिला बल के वरीय पुलिस पदाधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण के पश्चात संबंधित वरीय पुलिस पदाधिकारी अपने-अपने विभागों को सुरक्षा और विशेष सतर्कता संबंधी नियमों से अवगत कराएंगे. साथ ही समय-समय पर व्यवहार न्यायालय परिसर और आसपास पुलिस की टीम पेट्रोलिंग भी करेगी.

अमन कुमार, एसपी

खूंटी: जिला व्यवहार न्यायालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने को लेकर शनिवार को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री सत्यप्रकाश की उपस्थिति में बैठक की गई. इस बैठक में जिले के पुलिस कप्तान अमन कुमार समेत अन्य न्यायिक पदाधिकारी, स्पेशल ब्रांच और वरीय पुलिस पदाधिकारी शामिल थे.

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बैठक में खूंटी व्यवहार न्यायालय परिसर में सुरक्षा को लेकर विशेष प्रशिक्षण सत्र चलाया गया. एसपी अमन कुमार ने लगभग ढाई घंटे तक डीएसपी खूंटी अमित कुमार, हेडक्वार्टर डीएसपी जयदीप लकड़ा, सार्जेट मेजर रौशन मरांडी और स्पेशल ब्रांच के पदाधिकारी के अलावा पुलिस निरीक्षक कोर्ट के सुरक्षा अधिकारी सह अभियोजन कोषांग पदाधिकारी राजेश रजक को स्पेशल ब्रीफ किया.

जमशेदपुर कोर्ट में हमले के बाद उठे थे सवाल: बता दें कि एक सितंबर को जमशेदपुर में कोर्ट की सुरक्षा में घोर लापरवाही का मामला सामने आया था. एक सितंबर की शाम कोर्ट की सुरक्षा को धत्ता बताते हुए एक युवक ने परिसर में घुसकर एडीजे-1 के पेशकार राकेश कुमार पर हमला कर दिया. इससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उसके बाद से राज्य के सभी न्यायालयों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे थे. उसके बाद राज्य के डीजीपी की दिशा निर्देश के बाद सुरक्षा व्यवस्था पर अधिकारी रेस हो गए.

इस घटना के बाद राज्य के सभी कोर्ट कचहरी में विशेष सतर्कता बरतते हुए न्यायिक कार्यों से जुड़े उच्च स्तरीय पदाधिकारी समेत निम्न कोटि के न्यायिक कर्मियों की सुरक्षा को लेकर विमर्श किया गया. साथ ही कुख्यात और संगीन मामलों में पेशी तथा बहस के दौरान किसी तरह की आपराधिक घटनाएं ना घटे, इसे लेकर संबंधित सभी पुलिस विभागों को अलग-अलग दायित्व देने पर चर्चा की गई.

नक्सल और आपराधिक मामलों को होती है कोर्ट में सुनवाई: गौरतलब है कि खूंटी जिले में अक्सर नक्सल और आपराधिक गतिविधियों से जुड़े मामले भी न्यायालय में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध होते हैं. ऐसे में न्यायिक कार्यों से जुड़े सभी उच्च अधिकारियों से लेकर अन्य सभी कर्मियों की सुरक्षा का दायित्व पुलिस प्रशासन के जिम्मे सौंपा जाएगा. इसके लिए स्पेशल ब्रांच और जिला बल के वरीय पुलिस पदाधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण के पश्चात संबंधित वरीय पुलिस पदाधिकारी अपने-अपने विभागों को सुरक्षा और विशेष सतर्कता संबंधी नियमों से अवगत कराएंगे. साथ ही समय-समय पर व्यवहार न्यायालय परिसर और आसपास पुलिस की टीम पेट्रोलिंग भी करेगी.

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