खूंटी: विवादित पत्थलगड़ी नेता रामजीव मुंडा की बुधवार देर रात अज्ञात अपराधियों ने धारधार हथियार से हत्या कर दी थी. गुरुवार को इसकी सूचना पर घटनास्थल पर पुलिस पहुंची. परिजनों और स्थानीय ग्रामीणों से पूछताछ के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. परिजनों ने बताया कि मृतक रामजीव मुंडा पत्थलगड़ी आंदोलन का समर्थन करता था.
एसपी ने गुरुवार की रात को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि रामजीव मुंडा साकेटोली से घाघरा गांव लौट रहा था. इस दौरान चार की संख्या में मौजूद अपराधियों ने हमला कर दिया, जिससे रामजीव की मौत हो गई, जबकि उसके साथ चल रहे रिस्तेदार भी घायल हो गए थे. एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि मृतक के खिलाफ किसी तरह का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है और रामजीव पहले से सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहा था.
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वहीं, एसपी ने कहा कि रामजीव मुंडा का पत्थलगड़ी आंदोलन से कोई लेना देना नहीं है, जबकि परिवारवालों ने बताया कि रामजीव पत्थलगड़ी का समर्थन करता था. इसे लेकर एसपी ने कहा कि अनुसंधान जारी है. जल्द ही कारणों का खुलासा कर लिया जाएगा और शामिल हत्यारों को जल्द ही गिरफ्तारी होगी.