खूंटीः नक्सल प्रभावित जिला को ज्ञानभूमि बनाने के लिए जिला प्रशासन जुट गया है. यहां के छात्रों को जिला में ही बेहतर शिक्षा मिल सके इसके लिए कई कार्य योजनाओं को अमलीजामा पहनाने का प्रयास भी प्रारंभ हो गया है. बहुत ही जल्द जिला के अति नक्सल प्रभावित अड़की प्रखंड अंतर्गत बीरबांकी और कर्रा में डिग्री कॉलेज और खूंटी में महिला कॉलेज होगा. साथ ही खूंटी में शिक्षा के स्तर सुधारने के लिए जिला में एक यूनिवर्सिटी, इंजीनियरिंग कॉलेज, टीचर ट्रेनिंग कॉलेज खोलने के प्रस्ताव को भी अमलीजामा पहनाने की प्रक्रिया शुरू होने वाली (Preparation to make Khunti an education hub) है.
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खूंटी डीसी शशि रंजन ने बताया कि जिला में बहुत जल्द दो डिग्री कॉलेज भी शुरू होगा. जिसमें एक डिग्री कॉलेज अड़की के बीरबांकी, दूसरा कर्रा प्रखंड में खोला जाएगा. उन्होंने बताया कि जिला में महिला कॉलेज खूंटी प्रखंड में स्थापित किया जाएगा. इसके लिए भी भूमि चिन्हित कर लिया गया है. डीसी ने बताया कि खूंटी में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार कई योजनाएं तैयार कर रही है. जिसमें जिला में यूनिवर्सिटी, इंजीनियरिंग कॉलेज, टीचर ट्रेनिंग कॉलेज के प्रस्ताव (Teacher Training College in Khunti) भी पाइपलाइन में है. इसके अलावा बिरसा कॉलेज का विस्तार करने की योजना भी बनाई गई है.
डीसी ने बताया कि खूंटी स्थित नॉलेज सिटी को भी रिस्ट्रक्चर करने की तैयारी की जा रही है. जिसको लेकर 12 दिसंबर को उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग के सचिव राहुल कुमार पुरवार के नेतृत्व में एक हाई लेवल टीम खूंटी का दौरा करेगी. टीम नॉलेज सिटी के लिए चयनित भूमि का निरीक्षण करेगी (Preparation to open Engineering College in Khunti). निरीक्षण के क्रम में नॉलेज सिटी को भी रिस्ट्रक्चर करने को लेकर सभी संभावनाओं को लेकर विचार विमर्श भी करेगी. डीसी शशि रंजन ने कहा कि जिला के सभी प्लस टू स्कूलों मे उन्नत लेबोरेट्री और लाइब्रेरी की सुविधा उपलब्ध की जाएगी. अड़की के दूरस्थ इलाके में बनाये गए अस्पताल बनकर तैयार है लेकिन किन्ही कारण से वो अब तक शुरू नहीं हो सका है. हालांकि डीसी ने बताया कि क्षेत्र में आवागमन नहीं होने के कारण समस्या हुई है लेकिन उन्होंने दावा किया है कि जल्द ही सुविधा बहाल होगी.