खूंटी: झारखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत जिले में सखी मंडल की दीदियां कई तरह की आर्थिक गतिविधियों से जुड़ी हैं. झारखंड सरकार ने सखी मंडल की दीदियों के लिए झारखंड में उत्पादित सामग्रियों की मार्केटिंग के लिए पलाश ब्रांड के नाम से ब्रांडिंग की है. पलाश ब्रांड को आगे बढ़ाते हुए जिले में कार्यरत सखी मंडल की दीदीयों की आजीविका को और बेहतर करने के लिए एक छत के नीचे सभी तरह के उत्पादों को पलाश मार्ट के तहत बाजार उपलब्ध कराया जाएगा. पलाश मार्ट के नाम से जिला में बाजार की शुरुआत जल्द होगी. पलाश मार्ट के खुलने से जिले की महिलाएं पहले से ज्यादा आत्मनिर्भर बनेंगी.
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जिला उपायुक्त शशि रंजन ने गुरुवार को प्रेस ब्रीफ में बताया कि पलाश मार्ट को बेहतर तरीके से क्रियान्वित करने के लिए रिलायंस मार्ट और बिग बाजार की तर्ज पर सखी मंडलों की ओर से उत्पादित किए जा रहे प्रोडक्ट की मार्केटिंग की जा सकेगी. सखी मंडल की दीदियां कई तरह की आर्थिक गतिविधियों में संलग्न हैं इसके बावजूद उन्हें बाजार नहीं मिल पाता है कभी-कभार छोटे-छोटे मेले या कोई कार्यक्रम स्थलों पर दीदियां अपने समूह के माध्यम से निर्मित सामग्रियों का स्टॉल लगाकर मार्केटिंग करती हैं. इससे दीदियों को निरंतर बाजार उपलब्ध नहीं हो पाता है. दीदियों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए झारखंड सरकार ने विशेष पहल की है और रिलायंस स्मार्ट प्वाइंट और बिग बाजार की तर्ज पर पलाश मार्ट में ही दीदियां समूह की ओर से उत्पादित सामग्रियों की मार्केटिंग कर सकेंगी और उन्हें बेहतर आमदनी भी होगी.
प्रमुख पर्यटन स्थलों को किया जाएगा विकसित
वहीं, दूसरी तरफ उपायुक्त ने बताया कि जाड़े के मौसम में जिले के पर्यटन स्थलों में लोगों की भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन विशेष तैयारियां कर रही है और पर्यटन स्थलों के आसपास के ग्रामीणों को आजीविका से जोड़ने का प्रयास भी किया जाएगा. जिले के सभी प्रमुख पर्यटन स्थलों को विकसित किया जाएगा. लतरातू, पेलौल, खूंटी लोकेशन का दशम फॉल समेत कई अन्य पर्यटन स्थलों पर जिला प्रशासन ने विशेष तैयारियां शुरू कर दी है.
इधर पर्यटन स्थलों के खतरनाक प्वाइंट को चिन्हित करने के लिए एक टीम का गठन कर उसका सर्वे कराया जाएगा और सर्वे के बाद चिन्हित खतरनाक प्वाइंट में लोगों की आवाजाही को प्रतिबंधित किया जाएगा. प्रत्येक पर्यटन स्थलों में कुछ खतरनाक प्वाइंट पर नो-एंट्री का बोर्ड लगाया जाएगा. इससे पर्यटन स्थलों में आने वाले समूहों या परिवारों को किसी तरह की अनहोनी से बचाया जा सकेगा और उनकी खुशियां मातम में नहीं बदलेंगी.
उपायुक्त ने प्रेस ब्रीफ में बताया कि उलीहातू में पेयजल संकट समेत आवास निर्माण का कार्य जल्द पूरा किया जाएगा. उलिहातू के पूरे इलाके में आवास के लिए आवश्यक रजिस्ट्रेशन की सारी प्रक्रियाएं पूरी कर ली गई है. वहीं, लोगों के लिए पेयजल समेत अन्य सुविधाओं को लेकर भी विभाग को पत्राचार किया जा चुका है. जल्द ही विभाग की ओर से आदेश आने के बाद उलिहातू के विकास कार्य में तेजी लाई जाएगी. उलिहातू के विकास के लिए एक करोड़ से ज्यादा की राशि भी स्वीकृत की गई है.