खूंटी: नक्सली संगठन पीएलएफआई (Naxalite organization PLFI) के खिलाफ खूंटी पुलिस (Khunti Police) की कार्रवाई जारी है. इसी के तहत एक लाख का नक्सली सुखराम गुड़िया (Naxalite Sukhram Gudiya) के घर की कुर्की की गई है. इसके अलावा जिले में टॉप रैंक के नक्सलियों को मार गिराने के बाद बचे नक्सलियों की सूची बनाई है. इसके अनुसार पुलिस पहले उनके घरों में दबिश कर घर की कुर्की जब्ती कर रही है. इसके अलावा घरवालों और गांववालों से अपील कर रही है कि उन्हें मुख्यधारा से जुड़ने में मदद करें. ताकि वह गांव और समाज के लिए के मिसाल बनें. यही नहीं पुलिस चेतावनी भी दे रही है कि अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो जिदन गुड़िया और लाका पहान की तरह पुलिस की गोली से उसका स्वागत होगा.
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एसपी अमन कुमार के निर्देश पर पीएलएफआई (Naxalite organization PLFI) के खिलाफ पुलिस ने अपना तेवर दिखाना शुरू कर दिया है. बुधवार को तपकारा थानेदार विक्रांत कुमार ने एक लाख के ईनामी नक्सली सुखराम गुड़िया उर्फ रोरे के घर को कुर्की जब्ती की कार्रवाई की है. घर से पुलिस ने दर्जनों बर्तन समेत जरूरत के सामानों को जब्त किया है. तपकारा थाना क्षेत्र के तेतर टोली का निवासी सुखाराम गुड़िया ने 2014 से नक्सली संगठन से जुड़ कर दर्जनों नक्सली वारदात को अंजाम दिया है. सुखराम के खिलाफ खूंटी जिले के मुरहू, तपकारा, तोरपा, रनिया और चाईबासा जिले के बंदगांव, गुदड़ी और सोनुआ थाना क्षेत्र में दर्जनों मामले दर्ज हैं.
नक्सली कांड के अलावा पुलिस के साथ मुठभेड़, मर्डर, लेवी, आगजनी, रेप, गैंगरेप जैसी वारदातों को भी सुखराम गुड़िया (Naxalite Sukhram Gudiya)अंजाम दे चुका है. शीर्ष नक्सलियों में जिदन गुड़िया, लाका पहान, शनिचर सुरीन के मारे जाने और संतोष कंडुलना की गिरफ्तारी के बाद इसका नाम सामने आने से खूंटी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गया. सुखराम जिले में पीएलएफआई संगठन के लिए रीजनल कमांडर का प्रभारी बनाया गया उसके बाद लगातार कई कांडों को अंजाम दिया.
हाल के दो माह के भीतर ही सुखराम और उसके दस्ते ने तपकारा के डेरांग में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके अलावा लोहाजिमि में एक व्यक्ति की हत्या कर शव को दफना दिया था. मुरहू में रुमुदकेल में बीएसएनएल के कर्मियों के साथ मारपीट घटना को अंजाम दिया. हाल के दिनों में तीन बड़े कांडो को अंजाम देने के बाद इसका नाम प्रमुखता से पुलसि लिस्ट में शामिल हो गया. इसका नाम आते ही पुलिस ने अपनी कमर कस ली और लाका का मुठभेड़ में मार गिराने वाले थानेदार विक्रांत कुमार ने इसकी गिरफ्तारी का रणनीति बनाई है.
थानेदार विक्रांत कुमार ने बताया कि सुखराम की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है. सूचना के अनुसार उनके ठिकानों तक पुलिस की पहुंच है लेकिन वह बच निकलने में कामयाब हो जा रहा है. उन्होंने बताया कि उसके गांव जाकर गांववालों और परिवार वालों को मुख्यधारा से जुड़ने की अपील कर रही है, ताकि सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ ले सके. नहीं तो उन्होंने कड़े शब्दों में परिवार वालो से कहा है कि अगर जवाबी कार्रवाई का इंतजार करें जैसा जिदन और लाका और शनिचर का हुआ.