खूंटीः पीएलएफआई नक्सलियों के खिलाफ खूंटी पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है. जेल में बंद तिलेश्वर गोप का एके 56 राइफल, 27 (7.62mm×39) जिंदा कारतूस बरामद किया गया जबकि एक मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ भी किया है. जिसमें हथियार बनाने में इस्तेमाल लेथ मशीन, गन बनाने का मिलिंग मशीन और संगठन का दो पर्चा बरामद किया गया है.
खूंटी एसपी अमन कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि पीएलएफआई का जोनल कमांडर तिलकेश्वर गोप का निजी हथियार एके 56 को मधुबन के जंगल में छिपाकर रखा गया था. नक्सलियों के छिपाए गए हथियार को तिलकेश्वर का सहयोगी सागेन आइंद और गौतम गोप संगठन के दूसरे सदस्य नीलांबर गोप और विश्राम कोंगाडी को देने वाला था. एसपी अमन कुमार को मिली सूचना पर डीएसपी ओपी तिवारी के निर्देशन पर चार थानों की पुलिस के साथ एक टीम बनायी गयी.
इस टीम ने कार्रवाई करते हुए सोमवार देर रात सागेन आइंद और गौतम गोप को एके 56 के साथ मधुबन जंगल से ही गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार दोनों नक्सली सदस्यों के पास से पुलिस ने लोडड एके 56 समेत 27 पीस जिंदा कारतूस बरामद किया गया. गिरफ्तार नक्सलियों के निशानदेही पर मिनी गन फैक्ट्री के लिए मंगवाये गए गन फैक्ट्री का एक लेथ मशीन और गन फैक्ट्री का एक मिलिंग मशीन बरामद किया गया.
गिरफ्तार नक्सली सागेन आइंद के खिलाफ जरियागड़ और रनिया थाना में दो मामले दर्ज हैं. वहीं गौतम गोप के खिलाफ कर्रा, रनिया,तोरपा और जरियागड़ थाना में लगभग छह से अधिक नक्सली कांड से संबंधित मामले दर्ज हैं. ये दोनों कई वर्षों से फरार चल रहे थे. इस छापेमारी टीम में तोरपा डीएसपी ओपी तिवारी, इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह, रनिया थाना प्रभारी सत्यजीत कुमार, जरियागड़ थाना प्रभारी पंकज कुमार मंडल, रनिया थाना प्रभारी रंजीत किशोर समेत सशत्र बल शामिल रहे.