खूंटीः प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई (Naxalite organization PLFI) सुप्रीमो का करीबी व व्हाट्सएप कॉल और मैसेज कर रंगदारी मांगने वाला दो नक्सली समर्थक गिरफ्तार (Khunti PLFI supporters arrested) हुआ है. पुलिस ने इन दोनों को जरियागढ़ थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. ये दोनों जिला के व्यवसायियों से व्हाट्सएप कॉल और मैसेज कर लेवी की मांग करते थे और पीएलएफआई सुप्रीमो तक लेवी से वसूली रकम (collecting levy for Naxalite organization) पहुंचाने का काम करते थे.
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लेवी वसूलने वाला गिरफ्तारः पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप (PLFI supremo Dinesh Gope) के नाम से लेवी वसूलने वाले दो नक्सली समर्थक गिरफ्तार किए गए हैं. ये दोनों व्हाट्सएप के जरिए कॉल और मैसेज द्वारा लेवी की मांग (extortion from whatsapp call) करते थे. पैसा ना देने पर काम बंद करवाने और व्यवसायियों को जान से मारने की धमकी भी दिया करते थे. गिरफ्तार दोनों आरोपियों में रनिया निवासी नीलांबर गोप और तोरपा बाजार टांड़ निवासी विकास ठाकुर (PLFI supporters arrested for collecting levy) शामिल है. ये दोनों पीएलएफआई सुप्रीमो के काफी करीबी भी माने जाते हैं.
गिरफ्तार नक्सली समर्थकों के पास से पुलिस ने एक पल्सर 220, हीरो Xtreme बाइक, लेवी के 72 हजार रुपए नकद, लेवी मांगने में इस्तेमाल मोबाइल फोन सहित 7 अन्य फोन, 5 पीएलएफआई का पर्चा, 3 चंदा रसीद, एक कलाई घड़ी बरामद किया है. गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ तोरपा थाना कांड सं0-84/22 दर्ज करते हुए 385/387 भादवि और 17 सीएलए के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है. नीलांबर गोप का पूर्व से ही आपराधिक इतिहास रहा है. हत्या मामले में ओड़िशा में नीलांबर गोप सजायाफ्ता था. पूर्व के अन्य सभी मामलों की भी छानबीन में पुलिस जुटी है.
जानकारी के अनुसार, एसपी को सूचना मिली थी कि कुछ व्यक्ति संदिग्ध व्यक्ति जरियागढ़ इलाके में घूम रहे हैं. एसपी के निर्देश पर तोरपा डीएसपी के नेतृत्व के टीम का गठन किया गया और गठित टीम में तोरपा और जरियागढ़ के अलावा सीआरपीएफ 94 बटालियन की टीम ने जांच के बाद जरियागढ़ थाना क्षेत्र (jariagarh police station) के तिरला गांव के आसपास संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया. इन लोगों के पास से पुलिस ने नक्सली चंदा रसीद, पीएलएफआई का पर्चा और लेवी की राशि बरामद की.
पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार नक्सलियों ने पुलिस को बताया कि वो व्यापारियों से लेवी वसूलने का काम करते थे. इसके अलावा पीएलएफआई सुप्रीमो का करीबी होने का भी पता चला है. फिलहाल पुलिस सभी बिंदुओं पर गहनता से पूछताछ कर रही है. एसपी अमन कुमार ने एक प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि गिरफ्तार नक्सलियों के दिये बयान पर आगे की कार्रवाई के लिए एक अलग टीम बनाई गयी है. उन्होंने बताया कि जल्द ही अन्य नक्सली समर्थक गिरफ्तार किए जाएंगे. इस छापेमारी टीम में तोरपा डीएसपी ओम प्रकाश तिवारी, तोरपा थाना प्रभारी सत्यजीत कुमार, जरियागढ़ थाना प्रभारी पंकज कुमार, पुअनि अकबर अहमद खान, पुअनि उत्तम कुमार, तोरपा थाना में पदस्थापित सैट-120, तोरपा, जरियागढ़ और तोरपा थाना के सशस्त्र बल शामिल रहे.