खूंटी: जिले में केंद्र सरकार की ओर से पारित कराए गए कृषि कानून को लेकर राजनीतिक गहमागहमी जारी है. मंगलवार को कृषि कानून के विरोध में झामुमो और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद कराया.
जबरन दुकान बंद कराने से नाराजगी
खूंटी के भगत सिंह चौक से लेकर नेताजी चौक होते हुए मुख्य सड़क पर झामुमो और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कृषि कानून वापस लो, वापस लो, केंद्र सरकार की तानाशाही नीति नहीं चलेगी, किसानों का शोषण करना बंद करो, बंद करो जैसे नारे लगाए. कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से प्रतिष्ठानों को जबरन बंद कराने के दौरान दुकानदारों में रोष भी देखेने को मिला. हालांकि दुकानदारों ने इसका विरोध नहीं किया.
छोटे वाहनों का परिचालन
भारत बंद के दौरान खूंटी में मुख्य सड़क में छोटे वाहनों का परिचालन होता रहा. लेकिन बसों और ट्रकों का परिचालन पूरी तरह ठप रहा, व्यापारिक और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे, मेडिकल समेत आवश्यक सेवाओं को बंद से मुक्त रखा गया.
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कुछ दुकानदार नहीं करना चाहते थे बंद
बंद कराने सड़क पर निकले झामुमो जिलाध्यक्ष जुबेर अहमद, पूर्व विधायक कालीचरण मुंडा समेत झामुमो और कांग्रेस के नेताओं ने पैदल और बाइक से शहर में घूमकर दुकानों को बंद कराया और जो दुकानदार दुकान बंद नहीं कर रहे थे, उन्हें जल्द बंद कराने को कहा.
राहगीर रहे परेशान
शहर में पुलिस की तैनाती देखने को मिली. लेकिन पुलिस ने भी बंद कराने वालों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया. हालांकि, खूंटी डीएसपी अशीष महली ने बताया की खूंटी में बंद शांतिपूर्ण है और किसी तरह की कोई जबरदस्ती नहीं की गई. शहर बंद होने से राहगीरों के अलावा शहरवासियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.