खूंटी: महुआ के लिए आग ग्रामीणों द्वारा जंगलों में आग लगाए जाने से जंगलों में छोटे छोटे पौधों के अलावा जीव जंतुओं की मौत हो जाती है. जिले में मार्च और अप्रैल महीने के दौरान बड़ी संख्या में महुआ चुनने का कार्य ग्रामीण करते हैं लेकिन जंगलों में पत्ता होने के कारण आग लगा दी जाती है. महुआ चुनने को लेकर लोग आग लगा देते हैं जिससे जंगल में जानवरों के साथ पौधों के भी नुकसान होता है. इस मामले के लेकर जिला प्रशासन लोगों के जागरूक करने से लेकर आग नहीं लगाने की बात ग्रामीणों तक पहुंचाएगा.
घूटी डीसी शशि रंजन ने बताया कि ग्रामीणों के बीच संवाद स्थापित कर उन्हें जागरूक किया जाएगा. महुआ से ही जिन लोगों को रोजगार मिलता है. उसके लिए कमाई का और जरिया बनाने की तैयारी है. महुआ से लोगों की कमाई हो इसके लिए जिले में प्रोसेसिंग यूनिट लगाई जा रही है ताकि जंगल बचा रहे और ग्रामीणों को आर्थिक लाभ भी मिलता रहे.
महुआ चुनने के कारण आग लगाए जाने के मामले को लेकर डीसी शशि रंजन ने बताया कि विभागीय स्तर पर डीसी की अध्यक्षता में टीम बनाई गई है. जिसमें एसपी,डीएफओ समेत पुलिस विभाग के अधिकारियों को मिलाकर एक टीम बनाई गई है. गठित टीम ग्रामीणों के बीच जाकर उन्हें जागरूक करने की दिशा में कार्य करेगी. डीसी ने कहा कि उन्हें बताया जाएगा कि जंगलों में आग लगाए बगैर भी महुआ चुना जा सकता है साथ ही उन्हें बताया जाएगा कि कृषि के क्षेत्र में बेहतर कार्य होते है जिससे ग्रामीण ज्यादा आमदनी कर सके.
ईटीवी की पहल पर डीसी शशि रंजन ने कहा कि जल्द ही महुआ लोगों की आमदनी का जरिया बना इसके लिए योजना बनाया जा रहा है. डीसी ने बताया कि नासमझी के कारण ग्रामीण आग लगा देते है लेकिन उन्हें जागरूक किया जाएगा. उनके द्वारा चुने महुआ से लाभ दिलाई जाएगी. इसके बावजूद अगर ग्रामीण गलतियां करेंगे तो सख्ती से कार्रवाई होगी.
उन्होंने बताया कि महुआ के सीजन में जंगलों में बहुत ज्यादा आग लगाई जाती है. ग्रामीणों के बीच सीधा संवाद स्थापित कर उन्हें जागरूक किया जाएगा ताकि आने वाले दिनों में किसी तरह का कोई दिक्कत न हो और जंगल बचा रहे. एग्रीकल्चर को लेकर ग्रामीणों के बीच किसान गोष्टी कर किसानी करने की दिशा में कार्य किया जाएगा ताकि उन्हें ज्यादा मुनाफा हो सके. इसके लिए जिला प्रशासन जिले में बने किसान पाठशाला का सहयोग लेगी. खेती कैसे होती है इसके बारे में बताया जाएगा. चार जगहों पर प्रोसेसिंग यूनिट लगाई जा रही है जिससे महुआ से अचार,सूखा महुआ का इस्तेमाल कर बाजारों में उतारने की दिशा में जिला प्रशासन कार्य कर रही है.