खूंटी: जिले के कर्रा प्रखंड में हाथियों का उत्पात जारी है. रविवार की देर रात झुंड से बिछड़े हाथी ने प्रखंड की डूमरगड़ी पंचायत के बनटोली गांव में घुस कर कहर बरपाया. इस दौरान हाथी एक घर में घुसने का प्रयास कर रहा था. इसी दौरान हाथी को देखकर घर में सो रहा एक 10 साल का बच्चा डर गया और तेजी से घर से निकल कर भागने लगा, लेकिन हाथी ने दौड़ाकर उसे पकड़ लिया और कुचल कर मार डाला. मृत बालक की पहचान संतोष मुंडा के रूप में की गई है. बताया जाता है कि घटना के वक्त बालक संतोष मुंडा के माता-पिता घर में नहीं थे. दोनों बाहर मजदूरी करते हैं. जबकि मासूम पड़ोसी के घर में रहकर पढ़ाई करता था.
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घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम पहुंची गांवः वहीं मामले की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई. उन्होंने गांव पहुंच कर आसपास के लोगों को घटना के संबंध में जानकारी ली और इसके बाद मृत बच्चे के माता-पिता को घटना की जानकारी दी. वन विभाग की ओर से पीड़ित परिजनों को तत्काल 10 हजार रुपए की सहायता राशि दी गई है. जांचोपरांत पीड़ित परिवार को चार लाख का मुआवजा दिया जाएगा.
हाथियों का इलाका माना जाता है डूमरगड़ीः जानकारी के अनुसार हाथियों का झुंड बेड़ो रेंज से होते हुए कर्रा इलाके में घुसे थे. डूमरगड़ी का बनटोली गांव बेड़ो से सटा हुआ है. इस इलाके में अक्सर हाथी विचरण करते नजर आ जाते हैं. घटना के संबंध में फोरेस्टर अमर स्वांसी ने बताया कि मिट्टी से बने घर को तोड़ कर जैसे ही हाथी ने घर घुसने का प्रयास किया तो घर में सो रहा मासूम बच्चा भागने लगा. बच्चा कुछ दूर जाते ही झाड़ी से फंसकर गिरा गया. इसी क्रम में हाथी ने उसे अपनी चपेट में लिया लिया. जिससे उसकी मौत हो गई.
हड़िया की महक मिलने के बाद गांव में घुसा हाथीः ग्रामीणों से सूचना मिलने के बाद जब वन विभाग की टीम गांव पहुंची तो बालक को मृत पाया. फोरेस्टर ने बताया कि ये इलाका हाथियों का क्षेत्र है और आये दिन हाथी क्षेत्र में भ्रमण करते रहते हैं, लेकिन किसी को नुकसान नही पहुंचाते हैं. इस घटना में हाथी को हड़िया की महक आ गई थी. जिसके कारण हाथी हड़िया पीने के लिए घर में घुसने का प्रयास किया होगा. इसी क्रम में बालक हाथी की चपेट में आ गया. उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच के बाद मृत परिजनों को 10 हजार की सहायता दी गई और जल्द ही कागजी कार्रवाई के बाद चार लाख का मुआवजा दिया जाएगा. टीम में वन विभाग के फोरेस्टर अमर स्वांसी, वन रक्षी रश्मि होरो, सहदेव मुंडा, राकेश कुमार, सुकूवन सुरीन और सूरज दास शामिल थे.