खूंटी: जिला में महिला शिक्षकों को गाली देने वाला जिले शिक्षा अधीक्षक के खिलाफ शिक्षकों ने डीसी को लिखित आवेदन देकर इंसाफ की गुहार लगाई है. शिक्षकों ने डीएसई पर अमर्यादित शब्दों से बुलाना, गाली गलौज करने, संधि, सामस पूछने जैसे कई संगीन आरोप शिक्षकों ने डीएसई महेंद्र पांडे लगाई है.
शिक्षकों ने डीसी को लिखे आवेदन में कहा है कि डीएसई शिक्षकों के प्रति अमर्यादित और अभद्र व्यवहार कर शिक्षकों को अपमानित कर रहे हैं. शिक्षकों के प्रति उनका रवैया अमर्यादित है. डीएसई के व्यवहार से शिक्षक डरे सहमे, मन मसोसकर काम करने को बाध्य हैं. शिक्षकों ने डीसी से गुहार लगाई है कि डीएसई के इस रवैये पर अंकुश लगाई जाए.
सस्पेंड करने की दी जाती है धमकी
'सब चोर है' 'सब नीच है' 'सब गलत है' रात को फोन करके संधि, समास, सर्वनाम, कारक पूछना और डांट फटकार करना, छोटी-छोटी बातों पर गाली गलौज करना जैसे कई संगीन आरोप डीएसई पर शिक्षकों ने लगाया है. विरोध करने पर कई शिक्षकों के वेतन में कटौती कर दी गई है. साथ ही उन्हें सस्पेंड करने की धमकी भी दी गई. डीएसई से प्रताड़ित शिक्षकों ने मौखिक शिकायत भी की, लेकिन कुछ नहीं हुआ तो इंसाफ के लिए डीसी को लिखित आवेदन देकर डीएसई ने रवैये पर अंकुश लगाने की गुहार लगाई है.
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निराधार है आरोप
डीएसई महेंद्र पांडे से उनपर लगे आरोपों पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि यह आरोप निधारधार है. आरोप में कोई दम नहीं है. आरोप मनगढ़ंत है काल्पनिक है, बेबुनियाद है, शिक्षकों के प्रति कोई दुर्भावना नहीं है. शिक्षकों को अपना उत्तरदायित्व पूरा करने सुधार करने के लिए पहल की की जा रही है, जो शिक्षकों को गलत लग रहा है.
सबूत पेश करें शिक्षक
शिक्षक अपने कार्यों में सुधार नहीं ला रहे तो शिक्षकों को थोड़ा फटकार लगाई गई, लेकिन शिक्षकों से दुर्व्यवहार नहीं किया गया. उन्होंने शिक्षकों पर राजनीति करने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने कहा कि यहां पर शिक्षकों ने एक समूह बना कर शिकायत की है. डीएसई महेंद्र पांडे ने कहा कि अगर हमने गलत किया है, तो ने शिक्षक सबूत के साथ शिकायत करें.