खूंटीः जिला में ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है, खूंटी वन प्रमंडल क्षेत्र के अड़की और मुरहू में भारी संख्या में जंगलों की कटाई मामले पर डीसी ने संज्ञान लिया है. डीसी ने कहा कि वन कटाई मामले की जांच के लिए टीम का गठन कर दिया गया है और जांच के बाद आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी.
इसे भी पढ़ें- Illegal Wood Cutting in Khunti: खूंटी में लकड़ी के अवैध कारोबार पर नकेल, वन विभाग का दावा- कटाई नहीं पेड़ों का परिवहन होता है
खूंटी में लकड़ी का अवैध कारोबार को लेकर डीसी शशि रंजन ने बताया कि जंगलों की कटाई की सूचना लगातार मिल रही है. इसके लिए जांच दल का गठन कर दिया गया है जो भी तस्कर होंगे उसके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई होगी. बता दें कि कि 28 फरवरी को ईटीवी भारत ने "खूंटी में लकड़ी के अवैध कारोबार पर नकेल, वन विभाग का दावा- कटाई नहीं पेड़ों का परिवहन होता है" शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी.
साहब नामक शख्स की शह पर फलफूल रहा कारोबार! खूंटी में लकड़ी का अवैध कारोबार को लेकर जानकारी के अनुसार जंगलों की कटाई साहब नाम से प्रचलित एक व्यक्ति के शह पर किया जाता रहा है. जंगली क्षेत्रों में मोटे मोटे सखुआ के पेड़ काटकर रखे गये हैं, पेड़ो की कटाई में बड़ी संख्या में ग्रामीणों को लगाया गया है. ग्रामीणों से नक्सल प्रभावित अड़की, मुरहू और सीमावर्ती इलाके के जंगली क्षेत्रों से लकड़ी माफिया लकड़ी की तस्करी करते हैं.
सख्त कार्रवाई होगीः डीसी शशि रंजन ने खूंटी में पेड़ों की अवैध कटाई और तस्करी को गंभीरता से लिया है. उन्होंने कहा कि इस धंधे से जुड़े उन सभी माफियाओं को चिन्हित किया जाएगा जो पेड़ों की कटाई कर तस्करी कर रहे है और करवा रहे है उनके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी. डीसी ने बताया कि लकड़ी तस्करी की शिकायत मामले पर नाकाबंदी शुरू कर दी गयी है और डीएफओ को निर्देशित किया गया है कि कार्रवाई करें. डीसी ने कहा की कार्रवाई के लिए टीमें बनाई गई हैं और तस्करों के लिए सेफ जोन माने जाने वाले इलाकों में भी कार्रवाई होगी और चिन्हित तस्करों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
ग्रामीणों के माध्यम से पेड़ों की कटाईः जिला के अड़की, मुरह, खूंटी, रनिया में माफियाओं द्वारा भोले भाले ग्रामीणों को सब्जबाग दिखाकर वन कटाई में लगाते है और इससे मोटी कमाई भी करते हैं. खूंटी वन क्षेत्र की लकड़ियों की मांग रांची समेत आसपास के कई जिलों में काफी है. जिसके कारण जिला में अवैध रूप से वनों की कटाई का मामला प्रकाश में आता रहता. हालांकि पश्चिमी सिंहभूम एवं अन्य जिलों से भी खूंटी के रास्ते लकड़ी का परिवहन किया जाता है.
बड़े पैमाने पर जंगलों की कटाईः वर्तमान समय में अड़की एवं मुरहू थाना के कई क्षेत्रों में अवैध रूप से वनों की कटाई अब भी जारी है. मुख्य रूप से मुरहू और अड़की इलाके के इन गांवों के जंगलों में लकड़ियों को काटकर जमा किया गया है, इसमें ज्यादातर सखुआ के पेड़ हैं. तापिंगसेरा, इटटी, कोरबा, जापुद, तिरला, चैपी, चोंडोडीह, कसमार, लौंगा, नारंगा, तुबिल, चलजड, कुरिया, कटुई, रोकाब, कुरुंगा, बीरबांकी, घाघरा, तोडांग, बागड़ी और मदहातु के जंगल में ये अवैध कारोबार जारी है. जबकि खूंटी प्रखंड मुख्यालय से सटे इलाके के कालामाटी क्षेत्र के सिलदा, डूंगरा, दंडौल, अंबा टोली, कालामाटी, हातुदामी, आणिडीह, छोटाबारू, आरगोड़ी, मुरही समेत आसपास के जंगल में भारी संख्या में लकड़ी की अवैध तस्करी जारी है. इन इलाकों से वर्षों से भारी संख्या में पेड़ों की कटाई कर जंगलों को साफ किया जा रहा है.