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Khunti Police In Action: अपराधियों पर कसेगा शिकंजा, 9 अपराधियों पर सीसीए लगाने की तैयारी में पुलिस

डीजीपी अजय कुमार सिंह के निर्देश पर खूंटी पुलिस संगठित और असंगठित अपराध पर लगाम लगाने के लिए अपराधियों की धर-पकड़ में तेजी देखी जा रही है. पुलिस दर्जनों अपराधियों की कुंडली तैयार कर कार्रवाई में जुट गई है. वहीं आधा दर्जन से अधिक अपराधियों पर सीसीए लगाने की तैयारी शरू कर दी गई है.

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CCA On Nine Criminals In Khunti
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Published : Jul 22, 2023, 1:44 PM IST

जानकारी देते खूंटी एसपी

खूंटी: संगठित और असंगठित अपराध पर लगाम लगाने के लिए खूंटी पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों के दर्जनों अपराधियों को सूचीबद्ध किया गया है और उनपर निगरानी शुरू कर दी गई है. नक्सली से लेकर नौ अपराधियों के खिलाफ सीसीए लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई है. जेल से निकले हार्डकोर नक्सलियों से लेकर 38 अपराधियों को चिन्हित कर उन्हें सर्विलांस पर रखा गया है. जबकि 126 गुंडा पंजी दर्ज की गई है. जिले में पांच वर्षों में विभिन्न थाना क्षेत्रों में कुल 326 आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे. जिसमें 326 अपराधी पुलिस की रडार पर हैं. ये वो अपराधी हैं जो छोटी-बड़ी वारदातों को अंजाम देते हैं.

ये भी पढ़ें-Naxalites In Khunti: खूंटी में पीएलएफआई के दो नक्सली गिरफ्तार, पुलिस को देखकर कई नक्सली हुए फरार

पुलिस की कार्रवाई से खूंटी में गिरा अपराध का ग्राफः खूंटी जिले में पूर्व में हत्या, नक्सली हत्या, जमीन-जायदाद के मामले में हत्या, डायन हत्या, रंगदारी, लेवी वसूली, दहेज हत्या, उग्रवादी हिंसा, डकैती, लूटपाट, छेड़खानी, दुष्कर्म और अवैध अफीम डोडा तस्करी मामले में अपराधियों और तस्करों के मनोबल बढ़ा हुआ था. लेकिन विगत पांच-छह वर्षों में खूंटी पुलिस की सक्रियता और विशेष रणनीति के तहत लगातार चलाए जा रहे अभियान से वर्ष 2023 में आपराधिक और हत्या मामलों का ग्राफ तेजी से गिरा है.

साथ ही गांव-गांव में सीआरपीएफ के सिविक एक्शन प्रोग्राम और जिला पुलिस द्वारा डायन और अफीम को लेकर चलाए जा रहे जागरुकता अभियान से अपराधियों पर लगाम लगाया जा सका है. इसके अलावा हत्या, रंगदारी, लेवी वसूली और एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराधियों को जेल भेजकर खूंटी पुलिस ने बेहतर कार्य किए हैं. विगत पांच वर्षों में नक्सली गततिविधियों पर अंकुश लगाने और कुख्यात नक्सलियों को जेल भेजकर खूंटी पुलिस जिले में शांति व्यवस्था बहाल करने में सफल हुई है.

खूंटी में वर्ष 2019-2022 तक हुए अधिक अपराधः खूंटी जिले के पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार 2019 से 2022 तक हत्या के मामले काफी बढ़े थे, लेकिन पुलिस की सक्रियता और सघन अभियान से हत्या मामलों में 50 प्रतिशत की कमी आयी है. साथ ही डायन हत्या के मामलों में भी कमी आयी है. दुष्कर्म की घटनाओं का ग्राफ भी विगत चार वर्षों की तुलना में 55 प्रतिशत कमी आयी है. नक्सली और उग्रवादी हिंसा मामले में भी काफी सुधार आया है. अवैध अफीम और डोडा की तस्करी मामले में जिले का ग्राफ बेहतर करने की आवश्यकता है. हालांकि कई तस्कर जेल की सलाखों के पीछे हैं, लेकिन चोरी-छुपे अफीम की तस्करी की जा रही है.

डीजीपी ने बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने का दिया है निर्देशः इस संबंध में राज्य के डीजीपी अजय कुमार सिंह ने राज्य में बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने के लिए बुधवार को सभी जिले के पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक कर क्राइम कंट्रोल करने का निर्देश दिया था. साथ ही बालू और पत्थर के अवैध खनन पर रोक लगाने की भी बात कही थी. साथ ही डीजीपी ने साफ कहा कि अगर किसी क्षेत्र में ऐसी गतिविधियां चलती हैं तो वहां के थानेदार जिम्मेदार होंगे. डीजीपी के निर्देश के बाद जिले में अपराध नियंत्रण की दिशा में कार्य शुरू कर दिया गया है. अपराधियों को सूचीबद्ध करते हुए जिले के सभी थाना प्रभारी अपराधियों पर लगाम लगाने में जुटे हुए हैं.

अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए खूंटी पुलिस लगातार चला रही अभियानः इधर, इस संबंध में खूंटी के एसपी अमन कुमार ने बताया कि जिले में अपराधियों पर लगाम लगाया जा रहा है. आपराधिक संगठन खड़ा करने से पहले ही कई संगठन के अपराधियों को सलाखों के पीछे भेज दिया गया है. वहीं अपराधियों की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. एसपी ने बताया कि पुलिसिया दबिश और कार्रवाई का नतीजा है कि पहले की तुलना अपराध में कमी आई है.

जानकारी देते खूंटी एसपी

खूंटी: संगठित और असंगठित अपराध पर लगाम लगाने के लिए खूंटी पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों के दर्जनों अपराधियों को सूचीबद्ध किया गया है और उनपर निगरानी शुरू कर दी गई है. नक्सली से लेकर नौ अपराधियों के खिलाफ सीसीए लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई है. जेल से निकले हार्डकोर नक्सलियों से लेकर 38 अपराधियों को चिन्हित कर उन्हें सर्विलांस पर रखा गया है. जबकि 126 गुंडा पंजी दर्ज की गई है. जिले में पांच वर्षों में विभिन्न थाना क्षेत्रों में कुल 326 आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे. जिसमें 326 अपराधी पुलिस की रडार पर हैं. ये वो अपराधी हैं जो छोटी-बड़ी वारदातों को अंजाम देते हैं.

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पुलिस की कार्रवाई से खूंटी में गिरा अपराध का ग्राफः खूंटी जिले में पूर्व में हत्या, नक्सली हत्या, जमीन-जायदाद के मामले में हत्या, डायन हत्या, रंगदारी, लेवी वसूली, दहेज हत्या, उग्रवादी हिंसा, डकैती, लूटपाट, छेड़खानी, दुष्कर्म और अवैध अफीम डोडा तस्करी मामले में अपराधियों और तस्करों के मनोबल बढ़ा हुआ था. लेकिन विगत पांच-छह वर्षों में खूंटी पुलिस की सक्रियता और विशेष रणनीति के तहत लगातार चलाए जा रहे अभियान से वर्ष 2023 में आपराधिक और हत्या मामलों का ग्राफ तेजी से गिरा है.

साथ ही गांव-गांव में सीआरपीएफ के सिविक एक्शन प्रोग्राम और जिला पुलिस द्वारा डायन और अफीम को लेकर चलाए जा रहे जागरुकता अभियान से अपराधियों पर लगाम लगाया जा सका है. इसके अलावा हत्या, रंगदारी, लेवी वसूली और एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराधियों को जेल भेजकर खूंटी पुलिस ने बेहतर कार्य किए हैं. विगत पांच वर्षों में नक्सली गततिविधियों पर अंकुश लगाने और कुख्यात नक्सलियों को जेल भेजकर खूंटी पुलिस जिले में शांति व्यवस्था बहाल करने में सफल हुई है.

खूंटी में वर्ष 2019-2022 तक हुए अधिक अपराधः खूंटी जिले के पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार 2019 से 2022 तक हत्या के मामले काफी बढ़े थे, लेकिन पुलिस की सक्रियता और सघन अभियान से हत्या मामलों में 50 प्रतिशत की कमी आयी है. साथ ही डायन हत्या के मामलों में भी कमी आयी है. दुष्कर्म की घटनाओं का ग्राफ भी विगत चार वर्षों की तुलना में 55 प्रतिशत कमी आयी है. नक्सली और उग्रवादी हिंसा मामले में भी काफी सुधार आया है. अवैध अफीम और डोडा की तस्करी मामले में जिले का ग्राफ बेहतर करने की आवश्यकता है. हालांकि कई तस्कर जेल की सलाखों के पीछे हैं, लेकिन चोरी-छुपे अफीम की तस्करी की जा रही है.

डीजीपी ने बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने का दिया है निर्देशः इस संबंध में राज्य के डीजीपी अजय कुमार सिंह ने राज्य में बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने के लिए बुधवार को सभी जिले के पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक कर क्राइम कंट्रोल करने का निर्देश दिया था. साथ ही बालू और पत्थर के अवैध खनन पर रोक लगाने की भी बात कही थी. साथ ही डीजीपी ने साफ कहा कि अगर किसी क्षेत्र में ऐसी गतिविधियां चलती हैं तो वहां के थानेदार जिम्मेदार होंगे. डीजीपी के निर्देश के बाद जिले में अपराध नियंत्रण की दिशा में कार्य शुरू कर दिया गया है. अपराधियों को सूचीबद्ध करते हुए जिले के सभी थाना प्रभारी अपराधियों पर लगाम लगाने में जुटे हुए हैं.

अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए खूंटी पुलिस लगातार चला रही अभियानः इधर, इस संबंध में खूंटी के एसपी अमन कुमार ने बताया कि जिले में अपराधियों पर लगाम लगाया जा रहा है. आपराधिक संगठन खड़ा करने से पहले ही कई संगठन के अपराधियों को सलाखों के पीछे भेज दिया गया है. वहीं अपराधियों की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. एसपी ने बताया कि पुलिसिया दबिश और कार्रवाई का नतीजा है कि पहले की तुलना अपराध में कमी आई है.

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