खूंटीः जिला में तोरपा प्रखंड के एक गांव के 12 नाबालिग के धर्मांतरण का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इसको लेकर खूंटी डीसी शशि रंजन और खूंटी एसपी अमन कुमार को नोटिस भेजा गया है. राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग (National Commission for Protection of Child) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने डीसी और एसपी को सोमवार को नोटिस भेजा है.
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खूंटी में धर्मांतरण (Conversion in Khunti) के मामले में नोटिस में कहा गया है कि 12 नाबालिग बच्चों का अवैध रूप से छत्तीसगढ़ में धर्म परिवर्तित किया गया है. रिपोर्ट के माध्यम से यह भी सूचित किया जाता है कि इस तरह के अवैध धर्मांतरण पिछले कुछ समय से गांव में हो रहे हैं और इसपर स्थानीय सरकार ने आज तक कोई कार्रवाई नहीं की है. राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने कहा है कि आयोग इस प्रकार आपके कार्यालयों से जांच शुरू करने और उक्त शिकायत में आगे एक प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध करता है. क्योंकि यह देखा गया है कि उक्त प्रावधानों का उल्लंघन प्रकृति में संज्ञेय है. यह भी अनुरोध किया जाता है कि इस पत्र की प्राप्ति के तीन दिनों के भीतर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट आयोग को प्रस्तुत की जाए.
क्या है मामलाः जानकारी के मुताबिक इस मामले में बीते 21 मई को सरना धर्मावलंबियों ने एसडीओ को ज्ञापन सौंपा जिसमें धर्मांतरित बच्चों के नाम का जिक्र किया था. सरना धर्मावलंबियों ने इन बच्चों को उनके मूल धर्म में लाने और चर्च के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की मांग की थी. जिन 12 बच्चों का धर्मांतरण कराया गया, वह सभी बच्चे तपकारा थाना क्षेत्र के एक ही गांव के रहने वाले हैं. जिसमें बच्चों का धर्मांतरण कराया गया है. इसको लेकर पिछले दिनों राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने ट्वीट कर मामले में संज्ञान लिया था.