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जयपाल सिंह मुंडा को मंत्री रामेश्वर उरांव ने दी श्रद्धांजलि, पूर्व केंद्रीय मंत्री समेत कांग्रेसी नेताओं ने किया याद - जयपाल सिंह मुंडा की 118वीं जयंती

भारतीय आदिवासियों और झारखंड आंदोलन के एक सर्वोच्च नेता जयपाल सिंह मुंडा की 118वीं जयंती के अवसर पर कृषि मंत्री बादल पत्रलेख और वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि मरांग गोमके पूरे समाज के लिए आदर्श है.

agriculture and finance minister paid tribute to marang gomke in khunti
मरांग गोमके की जयंती
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Published : Jan 3, 2021, 6:58 PM IST

Updated : Jan 3, 2021, 7:23 PM IST

खूंटीः भारतीय आदिवासियों और झारखंड आंदोलन के एक सर्वोच्च नेता जयपाल सिंह मुंडा की 118वीं जयंती उनके गांव टकरा में धूमधाम से मनाई गई. जयंती के मौके पर सूबे के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख और वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव समेत कांग्रेस के कई बड़े दिग्गज नेता गांव पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने मरांग गोमके को कांग्रेस का नेता बताया. उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि राज्य में 20 सालों से राज करने वाली भाजपा सरकार जयपाल सिंह मुंडा को स्मरण करने के लिए एक स्मारक तक नहीं बनवा पाई. वित्त मंत्री ने कहा कि जल्द ही झारखंड के मुखिया से टकरा गांव के विकास के लिए बात की जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गांव की सूरत बदलने में झारखंड सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी.

वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव

इसे भी पढ़ें- नक्सली से ज्यादा हाथियों के आतंक से परेशान हैं यहां के ग्रामीण, वन विभाग नहीं उठा रहा कोई ठोस कदम

जयपाल सिंह मुंडा की जयंती पर समारोह
वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव टकरा से लौट कर खूंटी में मीडियाकर्मियों से बातचीत की. उन्होंने बताया कि महान दूरदर्शी, विद्वान नेता, सामाजिक न्याय के आरंभिक नेताओं में से एक संविधान सभा के सदस्य और हॉकी के बेहतरीन खिलाड़ी जयपाल सिंह मुंडा की जयंती समारोह पर उनकी समाधि स्थल पर माल्यार्पण कर उनके दिखाए गए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया. उन्होंने कहा कि मरांग गोमके पूरे समाज के लिए आदर्श है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने के बाद 1928 में राजनीति में पहला कदम रखा और बाद में 1938 में आदिवासी महासभा का गठन किया और पहली बार जनजातीय बहुल्य इलाकों के लिए झारखंड राज्य का उल्लेख किया. 1952 में आजादी के बाद पहली बार हुए विधानसभा चुनाव में वे नेता प्रतिपक्ष बने और उनकी ओर से ही पहली बार अलग झारखंड राज्य की परिकल्पना की गई.

झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सह राज्य के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉक्टर रामेश्वर उरांव, कृषि मंत्री बादल, सांसद धीरज प्रसाद साहू, विधायक राजेश कच्छप, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व विधायक कालीचरण मुंडा, केशव महतो कमलेश, प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और डॉ राजेश गुप्ता, सचिदानंद चौधरी, आदित्य विक्रम जायसवाल, राम कृष्ण चौधरी समेत कांग्रेस के कई नेता टकरा गांव स्थित जयपाल सिंह मुंडा की समाधि स्थल पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.

खूंटीः भारतीय आदिवासियों और झारखंड आंदोलन के एक सर्वोच्च नेता जयपाल सिंह मुंडा की 118वीं जयंती उनके गांव टकरा में धूमधाम से मनाई गई. जयंती के मौके पर सूबे के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख और वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव समेत कांग्रेस के कई बड़े दिग्गज नेता गांव पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने मरांग गोमके को कांग्रेस का नेता बताया. उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि राज्य में 20 सालों से राज करने वाली भाजपा सरकार जयपाल सिंह मुंडा को स्मरण करने के लिए एक स्मारक तक नहीं बनवा पाई. वित्त मंत्री ने कहा कि जल्द ही झारखंड के मुखिया से टकरा गांव के विकास के लिए बात की जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गांव की सूरत बदलने में झारखंड सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी.

वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव

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जयपाल सिंह मुंडा की जयंती पर समारोह
वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव टकरा से लौट कर खूंटी में मीडियाकर्मियों से बातचीत की. उन्होंने बताया कि महान दूरदर्शी, विद्वान नेता, सामाजिक न्याय के आरंभिक नेताओं में से एक संविधान सभा के सदस्य और हॉकी के बेहतरीन खिलाड़ी जयपाल सिंह मुंडा की जयंती समारोह पर उनकी समाधि स्थल पर माल्यार्पण कर उनके दिखाए गए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया. उन्होंने कहा कि मरांग गोमके पूरे समाज के लिए आदर्श है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने के बाद 1928 में राजनीति में पहला कदम रखा और बाद में 1938 में आदिवासी महासभा का गठन किया और पहली बार जनजातीय बहुल्य इलाकों के लिए झारखंड राज्य का उल्लेख किया. 1952 में आजादी के बाद पहली बार हुए विधानसभा चुनाव में वे नेता प्रतिपक्ष बने और उनकी ओर से ही पहली बार अलग झारखंड राज्य की परिकल्पना की गई.

झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सह राज्य के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉक्टर रामेश्वर उरांव, कृषि मंत्री बादल, सांसद धीरज प्रसाद साहू, विधायक राजेश कच्छप, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व विधायक कालीचरण मुंडा, केशव महतो कमलेश, प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और डॉ राजेश गुप्ता, सचिदानंद चौधरी, आदित्य विक्रम जायसवाल, राम कृष्ण चौधरी समेत कांग्रेस के कई नेता टकरा गांव स्थित जयपाल सिंह मुंडा की समाधि स्थल पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.

Last Updated : Jan 3, 2021, 7:23 PM IST
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