जामताड़ा: शहर के लोगों की प्यास बुझाने के लिए सरकार ने करोड़ों की लागत से शहरी जलापूर्ति योजना के तहत पानी टंकी का निर्माण करवाया. घर-घर कनेक्शन भी लगवाए गए. इसके जिले के कई इलाकों में चापाकल भी लगाए गए हैं. बावजूद इसके मिहिजाम वासियों को पानी के लिए तरसना पड़ता है.
दरअसल, मिहिजाम में पानी के लिए लोगों को दर-दर की ठोकरे खानी पड़ती है. इस इलाके के चापाकल अधिकतर खराब पड़े हैं. साथ ही शहरी जलापूर्ति योजना भी नियमित नहीं हो पाती, जिससे कभी पानी आता है तो कभी नहीं आता है. ऐसी स्थिति में लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ता है. गर्मी के दिनों में स्थिति और भी भयावह हो जाती है. नदी नाले सूख जाते हैं. चापाकल भी पानी देना बंद कर देता है.
ऐसी स्थिति में लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ता है. वहीं, समाजसेवी दिनेश सिंह का कहना है कि करोड़ों की लागत से जल मीनार बनाया गया है, कनेक्शन भी दिया गया. लेकिन जितना पानी मिलना चाहिए नहीं मिल पाता है. ऐसी स्थिति में लोगों को पानी के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
इधर, नगर परिषद के चेयरमैन कमल गुप्ता से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बिजली की समस्या आपूर्ति में बाधक बनने का कारण बताया. उन्होंने बताया कि शीघ्र ही इस दिशा में पहल कर समाधान किया जाएगा. जिससे लोगों को पानी की समस्या से निजात मिल जाएगी.