जामताड़ा: आदिवासी हिंदू है या नहीं है, इसे लेकर झारखंड में राजनीतिक बयानबाजी काफी तेज हो गई है और आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी तेजी से शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री ने एक तरफ आदिवासी हिंदू नहीं हैं बोलकर जहां राजनीति बहस छेड़ दी है. वहीं, दूसरी तरफ बाबूलाल मरांडी ने आदिवासी जन्म से हिंदू हैं बयान देकर राजनीतिक हलचल मचा दी है. इसे लेकर आदिवासी सेंगेल अभियान के तहत आदिवासी को सरना कोड की मांग को लेकर चला रहे आंदोलन के नेता पूर्व सांसद सालखान मुर्मू ने बाबूलाल मरांडी की ओर से दिए गए बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि आदिवासी एक प्राकृतिक पूजक हैं.
ये भी पढ़ें- पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय मंत्रियों के कार्यक्रम पर हमले से झारखंड भाजपा नाराज, ममता को ठहराया जिम्मेदार
भाजपा पर लगाया षड़यंत्र करने का आरोप
सालखन मुर्मू ने भाजपा पर बाबूलाल मरांडी के कंधे पर रखकर आदिवासी को जबरन हिंदू बनाने का षड़यंत्र करने करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि आदिवासी सरना धर्म कोड लागू करने के बजाय बाबूलाल मरांडी को आगे कर भाजपा जबरन आदिवासी को हिंदू बनाने का काम कर रही है, जो कि संविधान पर हमला है.
हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जाने की दी चेतावनी
पूर्व सांसद और आदिवासी सेंगेल अभियान के नेता सालखन मुर्मू ने चेतावनी देते हुए कहा कि बाबूलाल मरांडी के बयान को लेकर जहां एफआईआरदर्ज कराने का काम करेंगे. जरूरत पड़ी हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक भी जाएंगे. आदिवासी सेंगेल अभियान के नेता पूर्व सांसद सालखन मुर्मू पूरे संथाल परगना में आदिवासी सरना धर्म कोर्ड लागू करने की मांग को लेकर कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर प्रशिक्षण देने का काम कर रहे हैं. आदिवासी समाज को सरना धर्म कोड की मांग को लेकर गोलबंद करने का काम कर रहे हैं. जिसके तहत जामताड़ा में सालखन मुर्मू अपने कार्यकर्ताओं के लिए आयोजित प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने जामताड़ा पहुंचे थे. जहां उन्होंने यह बात कही.