जामताड़ा: जिले में आलू और प्याज में बेतहाशा दाम में वृद्धि होने से लोग काफी परेशान हैं. गरीब और आम लोगों को आलू और प्याज खाने के लिए सोचना पड़ रहा है जिस पर ना सरकार का ध्यान है ना स्थानीय प्रशासन का मूल्य पर कोई नियंत्रण है.
आलू प्याज महंगा होने से लोग परेशान
जामताड़ा में आलू की कीमत में बेतहाशा वृद्धि होने से आलू खाना लोगों को मुहाल हो गया है. वहीं, प्याज के कीमत वृद्धि होने से लोगों को प्याज खाने के लिए भी सोचना पड़ रहा है. महंगाई की मार सबसे ज्यादा गरीब और मजदूरी रोज कमाने खाने वाले लोगों पर पड़ रही है. आलू खरीदने के लिए सोचना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि महंगाई के कारण आलू और प्याज नहीं खरीद पा रहे हैं. जामताड़ा में पुराना आलू 40 से 50, नया 50 से 60 और प्याज 60 से 70 रुपए किलो बिक रहा है, जो आम लोगों के लिए काफी महंगा है.
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प्रशासन का मूल्य पर नहीं है कोई नियंत्रण
जामताड़ा बाजार में आलू प्याज के कीमत में हो रहे वृद्धि और महंगाई को लेकर कई बार लोगों ने प्रशासन से थोक विक्रेताओं के गोदामों में जांच करने और कीमत पर नियंत्रण करने को लेकर मांग भी की, लेकिन प्रशासन की ओर से आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई ना कोई पहल की गई. नतीजा आम जनता को परेशानी उठानी पड़ रही है. बाजार कीमतों में प्रशासन का कोई नियंत्रण ही नहीं है.
क्या कहते हैं थोक विक्रेता
आलू और प्याज के दामों में बेतहाशा वृद्धि और महंगे दाम में बिक्री होने को लेकर जब थोक विक्रेताओं से पूछा गया तो थोक विक्रेताओं का कहना था कि जब तक नया आलू और नया प्याज की आमदनी नहीं हो जाती है, बाजार में नहीं आ जाता है तब तक दाम चढ़ा रहेगा और महंगाई रहेगी.
फिलहाल जामताड़ा में आलू प्याज के अलावा अन्य साग सब्जी, हरी सब्जी और खाद्य पदार्थ में भी बेतहाशा वृद्धि और महंगाई बढ़ गई है जिसे लेकर लोगों को इस कोरोना माहामारी संकट के दौर में जहां आर्थिक संकट से पहले से जूझना पड़ रहा है. महंगाई की मार ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है. लोगों का जीना मुहाल होने लगा है.