जामताड़ाः जिले के मिहिजाम शहर और होम्योपैथिक चिकित्सा और शिक्षा के क्षेत्र में विख्यात है. जहां अस्पताल में मात्र 10 रुपए में मरीजों का महीने भर इलाज किया जाता है. बीपीएल परिवार का निशुल्क इलाज किया जाता है. बताया जाता है कि मिहिजाम में होम्योपैथिक चिकित्सा शिक्षा के जनक माने जाने वाले पी बनर्जी ने पहले कॉलेज अस्पताल का स्थापना की थी. जहां देश विदेश से लोग शिक्षा ग्रहण करने आते थे. दूर-दूर से लोग इलाज करने भी यहां पहुंचे थे.
इनके बाद जो कॉलेज अस्पताल चल रहा था वह बंद पड़ गया. 1974 में स्थानीय बुद्धिजीवी और समाज के लोगों ने होम्योपैथिक कॉलेज और शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए कॉलेज अस्पताल का फिर से निर्माण कराया. जो वर्तमान में संचालित है. जहां अस्पताल में सारी सुविधा मरीजों के लिए उपलब्ध है. यहां के प्राभारी प्राचार्य अस्पताल में सारी सुविधा दिए जाने की जानकारी देते हैं बताया कि अस्पताल में बीपीएल परिवार को निशुल्क और 10 रुपए मात्र लेकर मरीजों का इलाज किया जाता है.
अस्पताल में मरीजों के लिए सारी सुविधा उपलब्ध
मिहिजाम होम्योपैथिक अस्पताल में आधुनिक एक्स-रे पैथोलॉजी दंत चिकित्सालय बेड, हॉस्टल की सारी सुविधा उपलब्ध है. सिर्फ सरकारी सहयोग अपेक्षित है. मरीज भी प्रतिदिन आकर अस्पताल में अपना इलाज भी कराते हैं. आउटडोर में मरीजों को देखने की भी सुविधा उपलब्ध है. अस्पताल में कॉलेज के चिकित्सक और जूनियर डॉक्टर भी अपनी सेवा देते हैं.
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जिला प्रशासन हर संभव सहयोग करने का दिया है भरोसा
मिहिजाम के होम्योपैथिक कॉलेज और अस्पताल को बढ़ावा देने को लेकर जामताड़ा जिला के उपायुक्त ने हर संभव सहयोग करने का भरोसा दिया है. उपायुक्त ने बताया कि मिहिजाम होम्योपैथिक चिकित्सा कॉलेज झारखंड में प्रसिद्ध है. इसके बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन हर संभव सहयोग करेगी, बल्कि राज्य सरकार को भी इस ओर ध्यान आकृष्ट करने कराया जाएगा.
बहरहाल में मिहिजाम होम्योपैथिक कॉलेज और अस्पताल अपनी खोयी हुई प्रतिष्ठा को फिर से प्राप्त करने की जुगत में है. सरकार यदि ध्यान दें तो न सिर्फ गरीबों के लिए सस्ते दर पर होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति से मरीजों का इलाज संभव हो पाएगा. बल्कि होम्योपैथिक चिकित्सा और शिक्षा का भी बढ़ावा मिल सकेगा.