जामताड़ा: कोरोना काल में अच्छी बारिश होने के कारण किसानों का खेत धान के फसल से लहलहा रहा है. किसानों की मेहनत इस बार खेत में रंग ला रही है. धान का फसल तैयार है. फसल का अच्छा उत्पादन होने से किसानों में खुशी है. किसान धान की कटाई शुरू कर चुके हैं, लेकिन अब तक धान खरीदने के लिए सरकारी क्रय केंद्र नहीं खुला है. इसके कारण किसान अपनी फसल को बिचौलियों के हाथों बेचने को मजबूर हो रहे हैं. किसानों का कहना है कि धान क्रय केंद्र में फसल बेचने के अच्छे पैसे मिलते हैं, लेकिन समय ज्यादा लेने और परेशानी के कारण उन्हें बिचौलिया के हाथों बेचना पड़ता है.
किसानों में जागरूकता की कमी
किसानों में जागरूकता की कमी और नगद भुगतान प्राप्त करने को लेकर फसल को बिचौलियों के हाथों बेचने को मजबूर हो जाते हैं. औने-पौने दाम में उन्हें बेचना पड़ जाता है. सरकार की तरफ से किसानों को फसल की अच्छी कीमत मिले इसके लिए लैम्पस केंद्र के माध्यम से सरकार फसल खरीदती है.
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15 नवंबर से धान खरीदने की तैयारी
प्रशासन की तरफ से 15 नवंबर से धान क्रय केंद्र लैम्पस के माध्यम से खरीदारी करने की तैयारी की है. इससे पहले ज्यादा से ज्यादा किसानों का रजिस्ट्रेशन करने के लिए निर्देश जिला प्रशासन की तरफ से दिया गया है, लेकिन किसानों में जागरूकता की कमी है. जामताड़ा जिले में कुल 7 लैम्पस केंद्र हैं, जहां किसानों का धान क्रय केंद्र खोलने की तैयारी है. किसान का फसल लैम्प्स खरीदारी की जाएगी. किसानों की फसल की अच्छी कीमत सरकार देगी. उन्हें सरकार से मिलने वाले लाभ मिल पाएगा. इस पर किसान संदेह व्यक्त कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि फिर से किसानों को ठगा महसूस करना पड़ेगा.