जामताड़ा: कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने जेवीएम से निष्कासित प्रदीप यादव के कांग्रेस में आने की खबरों का समर्थन किया है. वहीं, निशिकांत दुबे सांसद की तरफ से दिए गए बयान को लेकर एक बार फिर पलटवार किया है और सांसद के दिए गए बयान को चुनौती दी है.
भाजपा-कांग्रेस में छिड़ा वाक्य युद्ध
दरअसल, गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने प्रदीप यादव के कांग्रेस में जाने को लेकर सरकार गिरा देने और कांग्रेस के विधायकों के उनके समर्थन में आने को लेकर दिए गए बयान को लेकर संथाल में राजनीति गरमा गई है. कांग्रेस और भाजपा के सांसद में वाक्य युद्ध छिड़ गया है. गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे की तरफ से प्रदीप यादव के कांग्रेस में जाने को लेकर बयान दिया गया है कि कांग्रेस पार्टी के 10 विधायक उनके संपर्क में हैं और ऐसे में वे सरकार गिरा देंगे.
निशिकांत दुबे का बयान किया खारिज
कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने निशिकांत दुबे के इस बयान को बिल्कुल खारिज किया है. बादल पत्रलेख ने निशिकांत दुबे सांसद पर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने को लेकर बयानबाजी करने का आरोप लगाते हुए चुनौती दी है. उन्होंने कहा कि वे एक भी कांग्रेस विधायक लाकर दिखा दें तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के सभी विधायक एक हैं और कहीं किंतु परंतु नहीं है.
ये भी पढ़ें- जामताड़ा: कोल जाति का 33वां महासम्मेलन, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने की शिरकत
कांग्रेस में आने को लेकर कोई दिक्कत नहीं
बादल पत्रलेख शनिवार को जामताड़ा में कोल जाति के महासम्मेलन में भाग लेने जामताड़ा पहुंचे थे. इस दौरान पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि प्रदीप यादव कांग्रेस में आने को लेकर पार्टी में कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने बताया की कांग्रेस बहुत ही कमजोर स्थिति से गुजर रही है. ऐसे में पार्टी को कद्दावर नेता और जुझारू कार्यकर्ता की जरूरत है और प्रदीप यादव को यदि सोनिया गांधी और राहुल गांधी से आशीर्वाद मिला है तो ऐसे में किसी को कोई परेशानी नहीं है.