जामताड़ा: कोरोना की वजह से 9 महीने बाद मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ अब लोगों को मिलने लगा है. गुरुवार को निबंधन कार्यालय में विवाह रजिस्ट्रेशन को लेकर लाभुकों की भीड़ उमड़ पड़ी. बताते चलें कि जिन लोगों का विवाह हो गया है, वो अपना रजिस्ट्रेशन निबंधन कार्यालय में करा रहे हैं और जिनका नहीं हुआ है, वह अपना आवेदन दे रहे हैं. रजिस्ट्रेशन होने के बाद प्रमाण पत्र लेने का प्रावधान है. इसके बाद ही उन्हें मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ मिल पाएगा.
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क्या है मुख्यमंत्री कन्यादान योजना?
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत गरीब परिवारों को इस योजना का लाभ मिलता है. आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की बच्चियों की शादी के लिए सरकार की ओर से तीस हजार रुपए लड़की के खाते में दिए जाते हैं, ताकि वो अपना काम कर सके और दूसरे पर कभी निर्भर ना रहे. मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ पाने वाली लाभुक और आंगनबाड़ी सेविका का कहना है कि कोरोना के चलते उन्हें लाभ नहीं मिल रहा था.
क्या कहते हैं निबंधन पदाधिकारी
निबंधन कार्यालय में उमड़ रही भीड़ को लेकर निबंधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ पाने के लिए लाभुकों को निबंधन कराना आवश्यक है. कोरोना काल में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना से वंचित लाभुकों को बड़ी असुविधा हुई. उन्हें इस लाभ से वंचित रहना पड़ रहा है. अब वैवाहिक रजिस्ट्रेशन शुरू होने से लाभ मिलने की संभावना है.