जामताड़ा: जिले में मकर संक्रांति का त्योहार धूमधाम से मनाया गया. वहीं मकर संक्रांति को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह नजर आया. जिले की नदियों और तालाबों में अहले सुबह से ही स्नान करने के लिए लोगों का तांता लगा रहा. इस दौरान नदियों के विभिन्न घाटों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा. लोगों ने नदी में आस्था की डुबकी लगाई. इसके बाद पूजा-पाठ कर दान किया.वहीं मकर संक्रांति के अवसर पर नदी के किनारे मेला का आयोजन किया गया था. जहां लोगों ने पहुंच कर मेले का भी लुत्फ उठाया.
मकर संक्रांति पर स्नान-दान का है विशेष महत्वः हिंदू धर्म शास्त्रों में मकर संक्रांति पर स्नान-दान का विशेष महत्व बताया गया है. वहीं पुरोहितों की मानें तो मकर संक्रांति के दिन स्नान-दान करने से लोगों को विशेष पुण्य मिलता है और ईश्वर की कृपा उनपर सदैव बनी रहती है. मौके पर मौजूद पुरोहित ने बताया कि मकर संक्रांति के दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं. इस खास दिवस पर देश भर के हिंदू गंगा सागर में स्नान करने जाते हैं. धारणा है कि गंगा सागर में स्नान करने से लोगों को विशेष फल की प्राप्ति होती है. वहीं मौके पर मौजूद श्रद्धालुओं ने बताया कि पूर्वजों से सुनते आ रहे हैं कि मकर संक्रांति के दिन नदी में स्नान करने से और पूजा-पाठ कर दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है.
दिन में दही-चूड़ा और रात में लोगों ने खिचड़ी का उठाया लुत्फः बताते चलें कि जामताड़ा जिले कई इलाकों में 14 जनवरी को और कई स्थानों पर मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को मनाया गया. इस कारण लोगों में उहापोह की स्थिति बनी रही. वहीं मकर संक्रांति के त्योहार को कई लोगों ने खिचड़ी पर्व के रूप में मनाया. इस दौरान लोगों ने दिन में दही-चूड़ा और तिलकुट का लुत्फ उठाया और रात में खिचड़ी पका कर परिवार के सदस्यों के साथ मिल कर खाया.