जामताड़ाः विजयादशमी के दिन अपराजिता का पौधा का विशेष महत्व है. इस दिन अपराजिता पौधा से देवी मां की पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि साल भर घर में रखने से परिवार की मंगल कामना होती है और घर में सुख, शांति, समृद्धि आती है.
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क्या कहते हैं श्रद्धालुः जामताड़ा में विजयादशमी को लेकर विभिन्न मंदिरों और पंडालों में पूजा अर्चना की जा रही है. श्रद्धालुओं का कहना है कि विजयादशमी के दिन कभी पराजित नहीं माना जाने वाला अपराजिता का पौधा उनके लिए काफी महत्व रखता है. विजयादशमी के दिन अपराजिता के पौधा से मां दुर्गा की पूजा अर्चना कर उनका आशीर्वाद लेते हैं. भक्त इससे मां दुर्गा की पूजा करते हैं, मां का वरण करते हैं और माता से अपराजित होने का आशीर्वाद मांगते हैं. पौधे की बेलों को वो साल भर घर में रखते हैं, इससे परिवार में सुख शांति बनी रहती है और घर में समृद्धि आती है. इसके अलावा शत्रुओं के नाश के लिए लोग इसे अपने दाहिने हाथ के बाजू में बांधते हैं.
शत्रुओं विजय दिलाता है अपराजिताः ऐसी मान्यता है कि जिन प्रकार मां दुर्गा ने महिषासुर का नाश किया था. इसी प्रकार अपराजिता का पौधा अपराजित है, विजयादशमी के दिन इस पौधे से मां दुर्गा की पूजा करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है. इसके साथ ही घर में सुख शांति आती है. अपराजिता पौधे का महत्व बताते हुए पुरोहित कहते हैं कि विजयादशमी के दिन इसका काफी महत्व होता है. इस पौधे से देवी मां की आराधना की जाती है, मां के आशीर्वाद से भक्त शत्रु पर विजय प्राप्त करते हैं.