जामताड़ा: साइबर अपराध के मामले में जामताड़ा पूरे देश भर में विख्यात हो चुका है. पुलिस प्रशासन और झारखंड सरकार इस बदनुमा दाग को मिटाने को लेकर लगातार प्रयास कर रही है. वहीं, अब साइबर अपराध अब राज्य के अन्य जिलों और अन्य राज्यों में भी फैल चुका है. इस सिलसिले में पुलिस कप्तान दीपक कुमार सिन्हा ने साइबर अपराध को लेकर ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि पूरे भारतवर्ष की पुलिस के लिए इसे रोकना अब चुनौती का विषय बन गया है.
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साइबर अपराध पर रिसर्च करने को लेकर यूएसए की टेक्निकल रिसर्च टीम के जामताड़ा आने के सवाल पर चर्चा करते हुए एसपी दीपक कुमार सिन्हा ने बताया कि अभी तक टेक्निकल रिसर्च टीम की जामताड़ा आने की कोई आधिकारिक सूचना नहीं है. उन्होंने इस सवाल पर चर्चा करते हुए कहा कि रिसर्च टीम की जामताड़ा आने को लेकर चर्चा है, लेकिन इसको लेकर उन्हें कोई आधिकारिक सूचना नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर टेक्निकल टीम आती है तो सहयोग करेंगे और इसकी जानकारी साझा भी करेंगे.
साइबर अपराध को रोकने को लेकर एसपी ने दिया संदेश
एसपी जामताड़ा दीपक कुमार सिन्हा ने साइबर अपराध को लेकर ईटीवी भारत के माध्यम से लोगों को संदेश दिया कि कभी भी मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर पर अनजान कॉल किसी भी तरह का आता है और बैंक से संबंधित खाता एटीएम की जानकारी कोई चाहता है या फर्जी लिंक आता है जिसके बारे में कोई जानकारी नहीं है तो उसे कतई अपने गोपनीय खाता एटीएम से संबंधित जानकारी ना दें, न ही फर्जी लिंक को क्लिक करें.
एसपी दीपक कुमार सिन्हा ने बताया कि जहां लालच है वहीं, इस तरह के साइबर अपराधी साइबर ठगी करने में सफल होते हैं. एसपी दीपक कुमार सिन्हा ने बताया कि अगर लोग साइबर अपराध के झांसे में आ जाते हैं तो उनकी सारे गाढ़ी कमाई को लूट लेते हैं और लेग बर्बाद हो जाते हैं. ऐसे में सावधानी बरतनी चाहिए और अपना बैंक खाता एटीएम से गोपनीय संबंधित जानकारी किसी को साझा नहीं करनी चाहिए.