जामताड़ा: प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के शिलान्यास को लेकर जमकर राजनीति हुई. शिलापट में स्थानीय विधायक इरफान अंसारी का नाम नहीं रहने के कारण जमकर विरोध हुआ. विधायक और दुमका सांसद सुनील सोरेन दोनों एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे. मामले में सांसद ने कहा कि विधायक बिना सोचे-समझे शिलान्यास करने चले आते हैं.
क्या है पूरा मामला: जामताड़ा के सुपायडीह पंचायत में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के चार प्रमुख सड़कों के शिलान्यास का आयोजन किया गया था. शिलान्यास दुमका सांसद सुनील सोरेन द्वारा किया जाना था. इसी दौरान शिलापट पर विधायक इरफान अंसारी का नाम नहीं होने पर इरफान बिफर गए. इसके बाद उनके समर्थकों ने जमकर विरोध शुरू कर दिया.
गायब हो गया शिलापट: सांसद के शिलान्यास करने से पहले ही शिलापट वहां से गायब हो गया. गायब होने के बाद तरह-तरह की चर्चाएं तेज हो गई. उसके बाद फिर से विधायक इरफान अंसारी का नाम लिखा शिलापट आया तब जाकर सांसद और विधायक ने संयुक्त रूप से नारियल फोड़ और फीता काटकर चार महत्वपूर्ण सड़क योजना निर्माण कार्य का शिलान्यास किया.
...नहीं तो गर्दा उड़ा देंगे: शिलापट में नाम को लेकर सांसद और विधायक में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला. सासंद सुनील सोरेन ने कहा कि प्रधानमंत्री सड़क योजना केंद्र सरकार की योजना है. इसमें बिना सोचे समझे शिलान्यास करने विधायक चले आते हैं. हालांकि सांसद सुनील सोरेन ने शिलपट में नाम नहीं रहने को विभाग की भूल बताया है. उन्होंने कहा कि विधायक इरफान अंसारी की मानसिकता बिगड़ गई है. वहीं विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि सांसद को कोई जानकारी नहीं है. विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि सदन में इस क्षेत्र के सड़क के लिए आवाज उठाया था और योजना लेकर आए थे. कहा कि सांसद प्रधानमंत्री जिंदाबाद का नारा यहां लगा रहे हैं. मैनें कहा हेमंत सोरेन का नाम लीजिए, नहीं तो गर्दा उड़ा देंगे.