जामताड़ा: जिले के पबिया उदयपुर गांव में एक 51 साल के गुपिन सोरेन की मौत गरीबी के कारण हो गई थी. इस मामले को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया.
प्रशासन ने इस मामले को लेकर एक जांच टीम गठित की और जांच कराई, जिसके बाद यह खुलासा हुआ कि गुपिन सोरेन की मौत गरीबी से हुए बीमारी के कारण ही हुई है. जिला प्रशासन ने अब यह निर्णय लिया है कि उनके परिवार को सरकार के तरफ से हर सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा.
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जिला उपायुक्त जटाशंकर चौधरी ने जानकारी दी है कि आदिवासी की हुई मौत की घटना को लेकर जांच टीम गठित की गई थी. जांच टीम द्वारा रिपोर्ट से यह पता चला है कि गुपिन सोरेन के घर में पर्याप्त मात्रा में राशन था और वह लकवा बीमारी से ग्रसित था. उन्होंने बताया कि पैसे के अभाव में उसका इलाज नहीं हो सका, जिसके कारण उसकी मौत हुई है. उपायुक्त ने कहा कि पीड़ित परिवार के आश्रितों को वृद्धा पेंशन दी जाएगी. इसके अलावा सरकार द्वारा जो भी सुविधा होगी उन्हें दी जाएगी.