जामताड़ा: जिले में किसानों को समय पर धान का बीज नहीं मिल पा रहा है. मात्र 33% धान का बीज ही किसानों को उपलब्ध कराया जाता है. शेष 66% धान का बीज किसानों को दुकानों से महंगे दामों पर खरीदना पड़ता है. ऐसे में किसान कैसे खेती कर पैदावार अधिक बढ़ाएंगे.
समय पर नहीं मिलता है धान का बीज
जामताड़ा में मानसून ने दस्तक दे दी है. मानसून के दस्तक के साथ ही किसान धान का बिचड़ा तैयार करने में जुट गए हैं. सरकार की ओर से धान का बीज किसानों को उपलब्ध तो कराया जाता है, लेकिन समय पर बीज उपलब्ध नहीं कराया जाता है और कब कराया जाता है. इसकी जानकारी भी सभी किसानों को समय पर नहीं मिल पाती है.
ये भी पढ़ें-परिवार के साथ राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने किया योग, राज्यवासियों को दिया संदेश
किसानों को नहीं मिल रहा योजनाओं का लाभ
किसानों को सरकार की ओर से मिलने वाली धान के बीज का पता ही नहीं चल पाता है, जिससे वो इसके लाभ से वंचित रह जाते हैं. जो किसान सामर्थ्य है वह तो खाद और बीज का समय पर जुगाड़ कर लेते हैं, लेकिन कमजोर वर्ग के किसान सरकार से मिलने वाली योजनाओं का लाभ लेने में पिछड़ जाते हैं. इस बारे में जब संबंधित विभाग के कृषि पदाधिकारी से जानकारी प्राप्त किया गया तो उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से मात्र 33% धान का बीज ही किसानों को उपलब्ध कराए जाने का प्रावधान है. 66% प्रतिशत बीज किसान को अपने से लगाना है.
33% धान का बीज किसानों को होता है उपलब्ध
एक तरफ सरकार खेती के लिए किसानों को सारी सुविधा देने की बात करती है वहीं दूसरी तरफ जामताड़ा में मात्र 33% धान का बीज किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है. 66-प्रतिशत धान का बीज किसान अपने से ऊंचे कीमत पर बाजार में खरीदने को मजबूर हैं. ऐसे में किसान खेती कर अधिकतर पैदावार कैसे कर सकेंगे. सरकार को चाहिए कि शत-प्रतिशत अनुदान पर सभी किसानों को धान का बीज उपलब्ध कराएं, ताकि वह अधिक से अधिक खेती कर पैदावार बढ़ा सकें.