जामताड़ा: जिला में कुंडहित प्रखंड काजू की खेती के लिए प्रसिद्ध तो था ही, अब इस प्रखंड का अंबा गांव सेब की खेती के लिए भी जाना जाएगा. कुंडहित प्रखंड के अंबा गांव में सेब की खेती हो रही है और अंबा गांव के ही रहने वाले एक नौजवान किसान अरिंदम ने इसकी शुरूआत की है.
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जामताड़ा जिला का कुंडहित प्रखंड, पहले से काजू की खेती के लिए प्रसिद्ध है. ऐसे में अब सेब की खेती भी होने से लोग हैरान हैं. जामताड़ा जैसे जिला में सेब की खेती संभव हो पाएगी, इसका किसी को भले ही यकीन ना हो, पर यह हकीकत में कुंडहित प्रखंड के अंबा गांव के अरिंदम ने ऐसा कर दिखाया है. इस गांव में सैकड़ों एकड़ में सेब की खेती हो रही है. जामताड़ा जिला के नाला प्रखंड मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित अंबा गांव के रहने वाले अरिंदम चक्रवर्ती ने सचमुच सेब की खेती कर कमाल किया है.
अमरेंद्र का परिचय
अरिंदम चक्रवर्ती ने ग्रेजुएशन और मैनेजमेंट करने के बाद नौकरी की, पर उसमें उनका मन नहीं लगा. नौकरी छोड़कर उन्होंने खेती करना शुरू किया. अपने गांव में एक जमीन पर पहले आम का बगीचा और लीची-अमरूद लगाकर खेती करना शुरू किया. इसमें उनका जब मन नहीं लगा तो कुछ अलग करने की ठानी. तब जाकर सेब की खेती करने का ख्याल आया. पहले उन्हें लगा कि सेब की खेती वो कर पाएंगे या नहीं, पर उन्होंने मन में ठान लिया कि खेती कर दिखाएंगे. डेढ़ साल पहले ही उन्होंने सेब का पौधा लगाया और मेहनत से खेती की. उनकी मेहनत और लगन का ही नतीजा है कि वो आज सफल हुए हैं. उनके सेब का बगीचा लहलहा रहा है.
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मेहनत लाई रंग
अरिंदम चक्रवर्ती सेब की खेती में सफलता मिलने से काफी खुश हैं. उनका मानना है कि सरकार मदद करे, तो इस क्षेत्र में अच्छी आमदनी और रोजगार पाया जा सकता है.