जामताड़ाः जिले की जनता ने केंद्र सरकार द्वारा कोविड-19 को देखते हुए एमपी फंड के 2 साल के लिए लॉक कर दिए जाने के फैसले का स्वागत किया है. वहीं एमएलए फंड को भी लॉक कर दिए जाने की मांग की है. लोगों का कहना है कि एमपी फंड की तरह एमएलए फंड का भी देश के हित के लिए छोड़ देना चाहिए.
ईटीवी भारत से लोगों ने अपनी राय की साझा
पूरा विश्व जहां कोरोना वायरस महामारी को लेकर त्रस्त है. 21 दिन के लॉक डाउन में देश में आर्थिक संकट से भी जूझना पड़ रहा है. ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार की ओर से लिए गए फैसले एमपी फंड के 2 साल को लॉक कर दिए जाने का जामताड़ा की जनता ने काफी सराहनीय कदम बताया है और काफी स्वागत किया है. ईटीवी भारत से इस संबंध में लोगों ने अपनी राय साझा करते हुए बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से देश जिस तरह से जूझ रहा है, ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार ने एमपी के फंड को जो 2 साल के लिए देश के आर्थिक स्थिति को मजबूत करने विश्व महामारी से बचाव के लिए जो कदम उठाया है. वह काफी सराहनीय है. लोगों ने इस संकट से जूझने के लिए सरकार के साथ सभी समर्थ लोगों को आगे आकर सहयोग करने की भी अपील की.
ये भी पढ़ें- कोविड-19: मुख्यमंत्री राहत कोष में टाटा ने 10 करोड़ और अडानी ने दिए एक करोड़ रुपए
एमएलए फंड को भी लॉक करने मांग
स्थानीय लोगों ने एमपी फंड की तरह जिस तरह केंद्र सरकार ने एमपी फंड के 2 साल के लिए रोक लगा दी गई. उसी प्रकार एमएलए फंड का भी देश और राज्य के हित के लिए कोरोना से पीड़ित लोगों के लिए लॉक कर देने की सिफारिश की. झारखंड सरकार से खासकर लोगों ने मांग की यहां भी विधायक निधि को राज्य और देश के हित में आर्थिक स्थिति मजबूत हो उसे लेकर विधायक निधि का फंड भी छोड़ देना चाहिए.