जामताड़ा: साइबर थाना की पुलिस ने साइबर के विभिन्न अड्डे पर छापेमारी कर कुल पांच शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए साइबर अपराधियों के पास से पुलिस ने 16 लाख नगद और कई मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किया है. करमाटांड़ और नरायणपुर प्रखंड क्षेत्र से इन साइबर अपराधियों को रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गए साइबर अपराधियों में रियाज अंसारी, विनोद मंडल, शंभू नाथ मंडल, लक्ष्मण दत्ता और नीलम दा शामिल हैं.
16 लाख नगद, 11 मोबाइल और 13 सिम कार्ड बरामद: गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से पुलिस ने 16.38 लाख नगद, 11 मोबाइल और 13 फर्जी सिम कार्ड बरामद किया है. पकड़े गए साइबर अपराधी बकाया बिजली बिल का लोगों को मैसेज भेज कर और बिजली विभाग का अधिकारी बनकर साइबर क्राइम करते थे और लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे.
बकाया बिजली बिल का मैसेज भेज कर लोगों को बनाते से ठगी का शिकारः पकड़े गए सभी साइबर अपराधी बिजली बिल जमा नहीं करने और बिजली कनेक्शन काटने का फर्जी मैसेज भेजते थे. इसके बाद खुद को बिजली विभाग का अधिकारी बताकर लोगों को फोन करते थे और उनसे क्विक स्पोर्ट ऐप डाउनलोड करा कर व्हाट्सएप आदि के माध्यम से साइबर ठगी का काम करते थे. इससी सूचना पुलिस को मिली तो जामताड़ा एसपी मनोज स्वर्गीयारी ने इन अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एक स्पेशल टीम गठित की थी. जिसके बाद पुलिस टीम ने छापेमारी कर यह सफलता प्राप्त की है.
नारायणपुर और करमाटांड़ थाना क्षेत्र से हुई साइबर अपराधियों की गिरफ्तारीः इस संबंध में जामताड़ा के एसपी मनोज स्वर्गीयारी ने बताया कि पकड़े गए साइबर अपराधी बिजली विभाग का अधिकारी बनकर लोगों को बकाया बिजली बिल जमा करने के लिए मैसेज भेजते थे. साथ ही बिजली कनेक्शन काटने का मैसेज भेज कर साइबर ठगी करते थे. जिसकी सूचना मिलने पर नारायणपुर और करमाटांड़ थाना क्षेत्र के गांव में छापामारी अभियान चलाया गया. जिसमें पांच साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है.
साइबर अपराधियों ने साइबर ठगी से अर्जित की है अकूत संपत्तिःएसपी ने बताया कि पकड़े गए साइबर अपराधियों ने साइबर ठगी कर अकूत संपत्ति अर्जित की है. इसके लिए ईडी को कार्रवाई के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा. फिलहाल पकड़े गए साइबर अपराधियों के खिलाफ साइबर थाना में मामला दर्ज कर पुलिस ने सभी साइबर अपराधियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. पुलिस ने बताया गया कि पकड़े गए चार अपराधियों में विनोद मंडल और मिलंदा के खिलाफ पूर्व में भी साइबर अपराध को लेकर मामले दर्ज हैं.