जामताड़ा: साइबर अपराध के मामलों में झारखंड का जामताड़ा जिला रडार पर है. इस पर लगाम लगाने को लेकर राज्यस्तरीय ज्वाइंट इंवेस्टिगेशन टीम का गठन जल्द होने वाला है. जामताड़ा जिले एवं संथाल परगना में बढ़ते साइबर अपराध पर अंकुश लगाने को लेकर ये पहल की जा रही है. इसमें तीन-चार राज्यों की पुलिस मिलकर अनुसंधान करेगी.
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सर्वे टीम का दौरा
सर्वे टीम ने कर्माटांड़, नारायणपुर समेत दुमका-देवघर संथाल परगना के कई क्षेत्रों का दौरा किया है. बताते चलें कि टेक्निकल रूप से टीम ये पता लगाने में जुटी है कि अपराधियों की कहां-कहां कड़ी जुड़ी हुई हैं. डीआईजी सुदर्शन मंडल ने कहा है कि जल्द ही सर्वे के परिणाम सामने आएंगे
क्या कहते हैं डीआईजी सुदर्शन मंडल
मंगलवार को जामताड़ा एसपी कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे संथाल परगना के डीआईजी ने साइबर अपराध पर अंकुश लगाने और बढ़ते साइबर अपराध को लेकर चर्चा की. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि साइबर अपराध पर अंकुश लगाने को लेकर राज्यस्तरीय ज्वाइंट इंवेस्टिगेशन टीम का गठन किया जाएगा, ताकि टेक्निकल रूप से इस साइबर अपराध पर अंकुश लगाने का काम किया जा सके.
साइबर अपराध का दायरा संथाल परगना के देवधर एवं अन्य जिलों में भी बढ़ रहा है. साइबर अपराध पर अंकुश लगाने को लेकर सरकार और पुलिस प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रही है, लेकिन नियंत्रण न होने से राज्यस्तरीय ज्वाइंट इंवेस्टिगेशन टीम के गठन का फैसला लिया गया है.