जामताड़ा: जिला प्रशासन ने पश्चिम बंगाल की सीमा पर छोटे-बड़े सभी जगह बेरिकंटिंग करने का फैसला लिया है, ताकि अनाधिकृत रूप से प्रवेश करने वाले लोगों पर नियंत्रण लग सके. पश्चिम बंगाल सीमा से काफी संख्या में प्रवासी मजदूर साइकिल से अपने परिवार के साथ घर जाने को मजबूर हैं.
वहीं, जामताड़ा सीमा प्रवेश करने पर कोरोना संक्रमण फैलने के खतरा को देखते हुए जिला प्रशासन ने बंगाल की सभी छोटे-बड़े सीमा पर बेरिकेंटिंग लगाने का फैसला लिया है. साथ ही जिला प्रशासन ने कहा कि स्वास्थ्य जांच कर क्वॉरेंटाइन करने के उपरांत ही छोड़ा जाएगा.
लॉकडाउन में प्रवासी मजदूर घर पैदल या साइकिल से काफी संख्या में झारखंड में काम करने वाले प्रवासी मजदूर काम बंद हो जाने और राशन न मिलने के कारण चोरी-छिपे प्रवेश कर रहे हैं. इनका कहना है कि जहां काम करते थे, वहां काम बंद है और मालिक पैसा भी नहीं दे रहा है और राशन भी नहीं मिल रहा है, ऐसे में भूखे कितने दिन रहते और अब उनके घर जाना मजबूरी बन गई है.
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पश्चिम बंगाल सीमा से आ रहे प्रवासी मजदूरों को जामताड़ा के लिए महामारी रोग विशेषज्ञ ने बताया खतरा बताया है. बता दें कि बड़े पैमाने पर पश्चिम बंगाल से जामताड़ा सीमा पर आए दिन आ रहे प्रवासी मजदूरों और लोगों के आने को लेकर महामारी रोग के विशेषज्ञ डॉक्टर अजीत कुमार दुबे ने खतरा बताया है.
उन्होंने कहा है कि यदि इनकी जांच नहीं की गई तो इससे संक्रमण फैल सकता है. डॉक्टर दुबे ने बताया कि इसके नियंत्रण के लिए बंगाल की सभी सीमा पर बेरिकेटिंग किया जा रहा है, जहां पर आने वाले सभी प्रवासी मजदूरों अनधिकृत रूप से प्रवेश कर रहे हैं, उन्हें रोका जाएगा और उन्हें स्वास्थ्य परीक्षण जांच के उपरांत ही छोड़ा जाएगा.